निर्देशक श्याम बेनेगल का निधन, 90 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
भारतीय सिनेमा के जाने-माने निर्देशक और फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल अब हमारे बीच नहीं रहीं। आज यानी 23 दिसंबर को उनका निधन हो गया है। 90 साल की उम्र में बेनेगल ने अंतिम सांस ली। पिछले लंबे समय से वह किडनी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे। श्याम को हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। बेनेगल के अचानक निधन से उनके प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है।
बेटी ने की मौत की पुष्टि
बेनेगल के बेटी पिया बेनेगल ने PTI को उनकी मौत की पुष्टि करते हुए कहा, "शाम 6:38 बजे वॉकहार्ट अस्पताल मुंबई सेंट्रल में उनका निधन हो गया। वह कई सालों से क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित थे। यही उनकी मृत्यु का कारण है।"
2-3 प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे बेनेगल
बेनेगल अभी भी 2-3 प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। ये बात उन्होंने अपने 90वें जन्मदिन पर कही थी। उन्होंने 14 दिसंबर को PTI से बात करते हुए कहा था, "मैं अपने जन्मदिन पर कुछ खास नहीं करता। यह एक खास दिन हो सकता है, लेकिन मैं इसे खास तौर पर नहीं मनाता।" उन्होंने कहा था, "मैं 2-3 प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं। यह कहना मुश्किल है कि मैं कौन-सी फिल्म बनाऊंगा। वे सभी बड़े पर्दे के लिए हैं।"
बेनेगल को मिले ये पुरस्कार
बेनेगल को साल 1976 में प्रतिष्ठित पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्हें साल 1991 में पद्म भूषण भी मिला। वह साल 2005 में सर्वोच्च फिल्म पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से भी नवाजे गए। बेनेगल ने अपने करियर की शुरुआत 1974 में आई फिल्म 'अंकुर' से की, जिसमें अनंत नाग और शबाना आजमी लीड रोल में थे। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक फिल्में दीं, जिनमें 'जुबैदा', 'निशांत', 'मंथन', 'भूमिका' और अन्य शामिल हैं।
बेनेगल के परिवार में कौन-कौन?
बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर, 1934 को हैदराबाद में प्रसिद्ध फोटोग्राफर श्रीधर बी बेनेगल के घर हुआ था। वे महान भारतीय लेखक गुरु दत्त के दूसरे चचेरे भाई भी थे। श्याम अपने पीछे पत्नी नीरा बेनेगल और बेटी पिया को छोड़ गए हैं। पिया एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर हैं, जिन्होंने कई फिल्मों में काम किया है। बेनेगल के भाई सोम थे, जिनका 2014 में निधन हो गया था। उनके भाई के दो बेटे देव और राहुल बेनेगल फिल्म निर्माता हैं।
बेनेगल ने बनाई ये डॉक्यूमेंट्री
फिल्मों के अलावा बेनेगल ने भी टीवी पर अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने साल 1986 में प्रसारित हुआ धारावाहिक 'यात्रा' बनाया था, जिसे लोगों का खूब प्यार मिला। 'भारत एक खोज', 'कथा सागर', 'संविधान' और 'अमरावती की कथाएं' जैसे टीवी शो के जरिए उनकी लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ। बेनेगल ने 'बाल संसार', 'नेहरू', 'संगठन', 'सुहानी सड़क' और 'वरदान' जैसी डॉक्यूमेंट्री भी बनाई हैं। उनकी शॉर्ट फिल्मों 'घेर बैठा गंगा', 'पूवनम' और 'नायक' को लोग भी खूब पसंद करते हैं।