टाइटन पनडुब्बी हादसे पर बनेगी फिल्म 'सैलवेज्ड', लेखक ने कहा- दुनिया को सच जानने का अधिकार
इस साल जून में हुए टाइटन पनडुब्बी हादसे ने हर किसी को डरा दिया था। पर्यटकों को टाइटैनिक का मलबा दिखाने ले गई पनडुब्बी में 5 लोग सवार थे। अटलांटिक महासागर में यह पनडुब्बी डूब गई थी। अब हॉलीवुड फिल्म निर्माता कंपनी माइंड रायट एंटरटेनमेंट ने इस त्रासदी पर आधारित फिल्म बनाने की घोषणा की है। 'द ब्लैकनिंग' के निर्माता ई ब्रायन डॉबिन्स फिल्म के सह-निर्माता होंगे। लेखक जोनाथन केसी ने कहा कि दुनिया को सच जानने का अधिकार है।
क्या है पनडुब्बी हादसा?
इस साल जून में 'टाइटन' पर्यटकों को अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक जहाज के मलबे दिखाने ले गई थी। पनडुब्बी 18 जून को लापता हो गई थी और कई देशों के गोताखोर इसकी खोजबीन में जुटे थे। अमेरिकी तट रक्षक, कनाडाई सैन्य विमान, फ्रांसीसी जहाज और टेलीगाइडेड रोबोट इसकी खोज कर रहे थे। पूरी दुनिया इस खोज अभियान पर प्रार्थनाओं के साथ नजर रखे थी। 4 दिन बाद टाइटैनिक जहाज के मलबे से 1,600 फीट नीचे टाइटन का मलबा मिला था।
फिल्म में दिखाया जाएगा खोज अभियान
अब इस हादसे पर फिल्म का ऐलान किया गया है। डेडलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म का नाम 'सैलवेज्ड' है। कंपनी ने सितंबर में इसी नाम से डॉक्युसीरीज की भी ऐलान किया था। इस फिल्म में इस 5 दिन के खोज अभियान और उससे पहले और बाद की घटनाओं को दिखाया जाएगा। हालांकि, सोशल मीडिया पर लोग फिल्म के ऐलान से नाराज दिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि फिल्म बनाना असंवेदनशील और जल्दबाजी है।
फिल्म में दिखेगी मीडिया की भी भूमिका
फिल्म के सह-लेखक जोनाथन केसी ने कहा कि इस मामले में मीडिया की गलत सूचनाओं और त्वरित प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। यह बिना किसी तय प्रक्रिया के इतने सारे लोगों को दोषी ठहराकर उनकी जिंदगियां बर्बाद करने वाला है। इस फिल्म में न केवल मृतकों और उनके परिवारों को उचित सम्मान दिया जाएगा, बल्कि आज के मीडिया जगत को छोटी-छोटी चिंताओं को भी दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा, "सच्चाई से फर्क पड़ता है, दुनिया को सच जानने का हक है।"
जेम्स कैमरून ने फिल्म बनाने से किया था इनकार
चर्चा थी कि 'टाइटैनिक' के निर्माता जेम्स कैमरून 'टाइटन' पर फिल्म बना सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया था। कैमरून ने इसके तकनीकि पहलू पर बात करते हुए कहा था कि 'टाइटन' में हुआ विस्फोट डाइनामाइट से भरे 10 बक्से के फटने जैसा होगा। कैमरून निर्माता के साथ ही अच्छे समुद्री खोजकर्ता भी हैं। वह 33 बार टाइटैनिक के मलबे तक जा चुके हैं। उन्होंने धरती के सबसे गहरे बिंदु मरियाना ट्रेंच की भी यात्रा की है।
न्यूजबाइट्स प्लस
टाइटन का निर्माण ओशनगेट एक्सपेडिशंस नामक कंपनी ने किया था। इसकी एक यात्रा पर करोड़ों रुपये का खर्च आता है, जिसे सिर्फ अरबपति लोग वहन कर सकते थे। ओशनगेट टाइटैनिक के मलबे का अध्ययन करने के लिए कई सफल अभियान आयोजित कर चुकी है।