'चुपके चुपके' का रीमेक; फराह खान संभालेंगी निर्देशन की कमान, धर्मेंद्र की जगह लेंगे वरुण धवन
फिल्म 'चुपके चुपके' 1975 में दर्शको के बीच आई थी। 2013 में इसका रीमेक बनने पर चर्चा शुरू हुई थी और सालों बाद अब एक बार फिर फिल्म को लेकर सुगबुगसहट शुरू हो गई है। भूषण कुमार ने इस फिल्म के राइट्स खरीदे थे, जो अब आखिरकार इसे आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। इसी बीच सबसे दिलचस्प खबर यह है कि फराह खान इसके जरिए निर्देशन जगत में लौट रही हैं और वह इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं।
9 साल बाद निदेशन में लौटने को उत्सुक फराह
ईटाइम्स के मुताबिक, फराह 'चुपके चुपके' के हिंदी रीमेक से जुड़ गई हैं। उन्होंने पहली बार फिल्म 'मैं हूं ना' का निर्देशन किया था, जो हिट रही। इसके बाद उन्होंने 'ओम शांति ओम' और 'तीस मार खान' जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया। उन्होंने आखिरी बार शाहरुख खान को लेकर फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' का निर्देशन किया था, जो 2014 में रिलीज हुई थी। अब वह 9 साल बाद 'चुपके चुपके' के रीमेक से निर्देशन में लौटने को उत्सुक हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
फराह बॉलीवुड की एक मशहूर निर्देशक, डांसर, कोरियोग्राफर, निर्माता और लेखक हैं। वह अब तक 80 फिल्मों में 100 से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ कर चुकी हैं। सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी के लिए फराह 6 फिल्मफेयर पुरस्कार और 1 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं।
वरुण की एंट्री
2013 में जब इस फिल्म का रीमेक बनने वाला था, उस वक्त इसके लिए अभिनेता राजकुमार राव का नाम सामने आया था। यह चर्चा जोरों पर थी कि राजकुमार फिल्म में धर्मेंद्र का किरदार निभाएंगे। अब खबर है कि धर्मेंद्र की भूमिका के लिए अभिनेता वरुण धवन से संपर्क किया गया है। वरुण को जब यह प्रस्ताव मिला तो वह फूले नहीं समाए। अगर सबकुछ योजना के मुताबिक चला तो वह जल्द ही फिल्म साइन करेंगे।
कहानी पर चल रहा काम
'चुपके चुपके' की कहानी साजिद-फरहाद ने लिखी थी। अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि टी-सीरीज के साथ फराह की इस फिल्म की कहानी पुरानी फिल्म जैसी ही होगी या इसमें कुछ बदलाव किए जाएंगे या फिर पूरी तरह से एक नया ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, शर्मिला टैगोर, असरानी और ओम प्रकाश की भूमिका कौन निभाएगा, यह अब भी तय नहीं है। फिलहाल इसकी कहानी पर काम चल रहा है।
जानिए फिल्म 'चुपके चुपके' के बारे में
'चुपके चुपके' की गिनती हिंदी सिनेमा की सबसे शानदार कॉमेडी फिल्मों में होती है। यह बंगाली फिल्म 'छद्माबेशी' का रीमेक थी। इसका निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था। फिल्म का संगीत जाने-माने संगीतकार एसडी बर्मन ने दिया था। इस फिल्म को धर्मेंद्र और अमिताभ की कॉमेडी के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है। 'चुपके चुपके' और अमिताभ-धमेंद्र अभिनीत 'शोले' 1975 में यानी एक ही साल में रिलीज हुई थी। फिल्म कुछ अजीबोगरीब हादसों के समाधान के इर्द-गिर्द घूमती है।