केन्या में लापता हुए बालाजी के पूर्व COO, एकता कपूर ने विदेश मंत्रालय से मांगी मदद
प्रोड्यूसर एकता कपूर ने सोशल मीडिया पर बालाजी टेलीफिल्म्स के पूर्व COO जुल्फीकार अहमद खान के केन्या में खो जाने की सूचना दी है। उन्होंने विदेश मंत्रालय से उन्हें ढूंढने के लिए मदद मांगी है। जुल्फीकार हाल ही में एक ट्रिप पर केन्या गए थे। वहां से अचानक उनका अपने दोस्तों और घरवालों से संपर्क खत्म हो गया। करीब तीन महीने से वह गायब हैं। अब एकता ने उन्हें ढूंढने के लिए मदद मांगी है।
नैरोबी से लापता हुए जुल्फीकार
एकता ने इंस्टाग्राम पर जुल्फीकार की तस्वीर शेयर करते हुए उनके खो जाने की सूचना दी। एकता ने लिखा, 'बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड के पूर्व COO करीब तीन महीने पहले नैरोबी से लापता हो गए थे। मैं विदेश मंत्रालय और केन्या रेड क्रॉस से इस मामले में मदद करने की गुजारिश करती हूं।' अभिनेता करण कुंद्रा ने कहा है कि उन्हें 'लॉकअप' शो के दौरान जुल्फीकार के साथ करीब से काम करने का मौका मिला था और वह सरल व्यक्ति हैं।
करण कुंद्रा का ट्वीट
कंगना के 'लॉकअप' में काम करते थे जुल्फीकार
'लॉकअप' की अन्य प्रतिभागी आजमा फल्लाह ने सोशल मीडिया पर जुल्फीकार के लिए चिंता जाहिर करते हुए एक याचिका शेयर की है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'आपने लॉकअप बनाया। आपने मेरी जिंदगी बदल दी। मनोरंजन जगत के टॉप बॉस में से एक लापता हैं। आप कहां हैं जुल्फी सर? उनको लापता हुए 80 दिन हो चुके हैं। मैं सभी से यह याचिका शेयर करने का निवेदन करती हूं ताकि यह सही लोगों तक पहुंच जाए और कुछ कार्यवाही हो।'
लंबे समय से स्टार ग्रुप से जुड़े हुए थे जुल्फीकार
48 वर्षीय जुल्फीकार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने नैनीताल के सेंट जॉन्स और दिल्ली के हंसराज कॉलेज से पढ़ाई की है। वह लंबे समय से मनोरंजन जगत में काम कर रहे थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत स्टार इंडिया में ट्रेनी के तौर पर की। वह इसी संस्थान में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ऐडवर्टाइजिंग ऐंड सेल्स बन गए। उन्होंने स्टार गोल्ड, स्टार स्पोर्ट्स, चैनल वी और नेशनल जियोग्राफी जैसे चैनलों में काम किया।
यात्रा के शौकीन हैं जुल्फीकार
जुल्फीकार के करीबी लोगों का कहना है कि वह यात्रा के शौकीन थे। वह किसी जगह पर सिर्फ घूमते नहीं थे, बल्कि हफ्तों रहकर वहां की संस्कृति और इतिहास को समझते थे। पिछले साल उन्होंने एक महीने से ज्यादा वक्त कश्मीर और लद्दाख में बिताया था। केन्या की ट्रिप भी उनकी ऐसी ही एक यात्रा थी। वह पहले जुलाई में वापस आने वाले थे, लेकिन उन्होंंने योजना बदलकर साल के अंत में वापस आने का फैसला किया था।