धर्मेंद्र कभी गैराज में करते थे काम, ऐसे बने बॉलीवुड के 'ही-मैन'; जानिए उनके अनसुने किस्से
क्या है खबर?
बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित और दिग्गज कलाकार धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं रहे। अपने 90वें जन्मदिन से चंद हफ्ते पहले अभिनेता तो चले गए, लेकिन उनकी यादें प्रशंसकों के दिलों में जिंदा हैं। धर्मेंद्र का फिल्मी सफर काफी लंबा रहा है। उन्होंने 6 दशक से ज्यादा समय तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। कम लोग जानते होंगे कि एक वक्त ऐसा था, जब वह गैराज में काम करते थे। चलिए जानते हैं धर्मेंद्र की जिंदगी से जुड़े अनसुने किस्से।
सफर
धर्मेंद्र की जिंदगी का शुरुआती सफर
8 दिसंबर, 1935 को पंजाब के लुधियाना स्थित छोटे से गांव में धर्मेंद्र का जन्म हुआ था। उनके पिता, केवल किशन सिंह देओल, गांव के एक स्कूल में हेडमास्टर थे और किसानी भी करते थे। धर्मेंद्र की पढ़ाई तो गांव से हुई, लेकिन बचपन से उन्हें फिल्माें प्रति खास लगाव था। परिवार से छुप-छुपकर वह फिल्में देखा करते थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि 1949 में रिलीज फिल्म 'दिल्लगी' उन्होंने 40 से ज्यादा बार देखी थी।
संघर्ष
गैराज में काम करके किया गुजारा
धर्मेंद्र को बचपन में गुजारा करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। एक इंटरव्यू में अभिनेता ने बताया था कि फिल्माें में आने से पहले वह गैराज में रहा करते थे। उस वक्त उन्हें सिर्फ 200 रुपये सैलरी मिलती थी, जिसमें गुजारा करना नामुमकिन था। ज्यादा आमदनी के लिए उन्हें कई बार ओवरटाइम करना पड़ता था। काफी संघर्ष के बाद, निर्देशक अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से उन्हें बॉलीवुड में ब्रेक मिला था।
शूटिंग
शूटिंग के दौरान पहने थे ड्राइवर के कपड़े
धर्मेंद्र फिल्मों में आने के बाद भी जमीन से जुड़े थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बार शूटिंग के दौरान, एक सीन पूरा करने के लिए उन्होंने सेट पर मौजूद एक ड्राइवर के कपड़े पहन लिए थे। उनकी इसी सादगी और दमदार अभिनय ने उन्हें सफलता की सीढ़ी पर चढ़ाने का काम किया था। अपनी कमाल की पर्सनैलिटी और एक्शन अवतार के जरिए ही वह बॉलीवुड के 'ही-मैन' कहलाए और उनका ये नाम हमेशा के लिए अमर हो चुका है।