फिल्म फेस्टिवल में धनुष अभिनीत 'कर्णन' को मिला सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्म का पुरस्कार
क्या है खबर?
साउथ के सुपरस्टार धनुष अपनी फिल्मों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहते हैं। अब एक बार फिर वह लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं और इस बार उन्हें चर्चा में लेकर आई है उनकी तमिल फिल्म 'कर्णन', जो रिलीज के बाद से ही लगातार सुर्खियों में है।
खबर है कि उनकी इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्म का पुरस्कार अपने नाम किया है।
आइए जानते हैं इससे जुड़ी और क्या जानकारी मिली है।
उपलब्धि
20 देशों की 100 से अधिक फिल्में हुईं प्रदर्शित
तमिल फिल्म 'कर्णन' को ना सिर्फ दर्शकों, बल्कि समीक्षकों ने भी खूब सराहा था। अब उनकी इस फिल्म ने बेंगलुरु में इनोवेटिव इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्म का पुरस्कार जीता है।
यह इनोवेटिव इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का चौथा संस्करण था। 15 अक्टूबर को शुरू हुआ यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 17 अक्टूबर को समाप्त हुआ।
इस आयोजन के दौरान नौ स्क्रीनों पर 30 से अधिक भाषाओं में 20 देशों की 100 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
आगाज
इस साल 9 अप्रैल को रिलीज हुई थी फिल्म 'कर्णन'
'कर्णन' 9 अप्रैल, 2021 को सिनेमाघरों में उतरी थी और 14 मई को अमेजन प्राइम वीडियो पर आई थी। फिल्म की कहानी तमिलनाडु के एक छोटे से गांव के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां निचली जाति के लोग रहते हैं।
यह गांव में पुलिस की बर्बरता के शिकार लोगों की कहानी दर्शाती है। फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, जो 90 के दशक के कई पहलुओं को भी छूती है। कहानी में समाज का हर पहलू जोड़ा गया है।
अभिनय
फिल्म में धनुष ने जीता दर्शकों का दिल
मारी सेवराज के निर्देशन में बनी इस फिल्म में धनुष ने निडर कर्णन का किरदार निभाया था, जो गांववालों को क्रूरता से बचाता है। वह फिल्म में ग्रामीणों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के खिलाफ और अधिकारों के लिए लड़ते दिखे थे।
अदाकारी के स्तर पर धनुष इतना बेहतरीन रवैया अपनाते हैं कि आपकी नजर उनपर बंधी रहेगी। समीक्षकों ने भी उनकी दिल खोकलर तारीफ की थी। हालांकि, फिल्म में धनुष के सहयोगी कलाकारों का काम भी सराहनीय था।
जानकारी
फिल्म 'कट्टिल 'ने भी जीता पुरस्कार
अभिनेता-निर्देशक ईवी गणेश बेबी की फिल्म कट्टिल ने बेंगलुरु में सर्वश्रेष्ठ दक्षिण भारतीय फिल्मैट इनोवेटिव इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का पुरस्कार जीता।
यह एक ऐसे परिवार की कहानी है, जो एक बड़े पारंपरिक घर से एक छोटे से फ्लैट में जाने के लिए मजबूर है। समस्या तब और बढ़ जाती है, जब वे सीमित जगह के कारण अपनी पुश्तैनी खाट को अपने साथ नए घर में नहीं ले जा पाते।
इसमें गणेश और सृष्टि डांगे ने मुख्य भूमिका निभाई थी।