सेलिना जेटली बाेलीं- फिरोज खान के जिंदा रहने तक मैंने बॉलीवुड में खुद को सुरक्षित पाया
क्या है खबर?
बॉलीवुड अभिनेत्री सेलिनी जेटली भले ही पिछले कई सालों से फिल्मी दुनिया से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन वह अक्सर ही अपने बयानों के चलते चर्चा में आ जाती हैं।
अभिनेत्री सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ी रहती हैं तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी खुलकर अपने विचार साझा करती हैं।
अब हाल ही में अभिनेत्री ने बॉलीवुड में अपने सफर पर बात करते हुए अभिनेता-निर्देशक फिरोज खान को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बयान
फिरोज के निधन के बाद असहज हुईं सेलिना
जूम के साथ बातचीत के दौरान सेलिना ने बताया कि वह अपने गुरु फिरोज की वजह से बॉलीवुड में सुरक्षित महसूस करती थीं। जब निर्देशक का निधन हुआ तो उन्होंने खुद को कई बार असहज स्थिति में पाया।
सेलिना कहती हैं कि वह एक सैनिक की बेटी हैं और उन्हें बचपन से ही कठिनाइयों से लड़ना सिखाया गया है। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है और उन कामों को किया, जिसमें उन्हें अपने सिद्धांतों को नहीं खोना पड़ा।
विस्तार
#MeToo आंदोलन पर कही ये बात
सेलिना से जब बॉलीवुड में #MeToo आंदोलन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "यौन उत्पीड़न की जड़ इसमें है कि किसके पास ज्यादा शक्ति है और किसके पास नहीं। यह व्यक्तिगत मुद्दा नहीं, बल्कि एक व्यवस्थित मुद्दा है।"
वह कहती हैं कि कानून का सहारा लेते हुए इसे सबसे पहले होने से ही रोका जाना चाहिए और जवाबदेही तय करनी चाहिए। यह आंदोलन लोगों के बीच जागरूकता तो लाया है, लेकिन अब भी यह इंडस्ट्री में मौजूद है।
गायकी
बचपन से ही गाने की शौकीन हैं सेलिना
सेलिना ने बताया कि वह बचपन से ही गाने की शौकीन रही हैं और उनकी मां भी चाहती थीं कि वह गाना गाए। उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखना था, लेकिन वह अपने पिता की नौकरी के चलते ऐसा नहीं कर पाईं।
अभिनेत्री ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र, स्वतंत्र एवं समान अभियान के लिए गाना गाया था। इसके लिए उन्होंने संगीत निर्देशक नीरज श्रीधर और बॉम्बे वाइकिंग्स के साथ लता मंगेशकर के गाने 'उठे सब के कदम' के लिए सहयोग किया।
मदद
संगीत की शिक्षिका ने की थी गायकी में मदद
सेलिना बताती हैं कि उनके पिता आर्मी में थे और हर एक-डेढ़ साल में उनका ट्रांसफर हो जाता था।
ऐसे में उनका शिक्षा लेना संभव नहीं था, लेकिन वह चर्च में गाना गाया करती थीं।
सेलिना के पिता हिंदू थे और उनकी मां ईसाई, ऐसे में उनका संगीत भी दोनों के धर्म से प्रभावित होता था।
जब सेलिना लखनऊ गईं तो उनके स्कूल की संगीत की शिक्षिका ने उन्हें काफी कुछ सिखाया। वह अभिनेत्री की आवाज की तारीफ करती थीं।
सफर
फिरोज की फिल्म से ही बॉलीवुड में आई थीं सेलिना
सेलिना ने 2003 में फिरोज के निर्देशन में बनी फिल्म 'जानशीन' से बॉलीवुड में कदम रखा था, जिसमें वह फरदीन खान के साथ नजर आई थीं।
ऐसे में वह फिरोज को अपना गुरु मानती हैं। उनका कहना है कि फिरोज की वजह से उन्हें प्यार, सम्मान और करियर मिला है, जिसकी वह आभारी रहेंगी।
सेलिना 'नो एंट्री' और 'गोलमाल रिटर्न्स' जैसी फिल्मों का भी हिस्सा रही हैं।
अभिनेत्री 2011 में बिजनेसमैन पीटर हाग से शादी के बाद विदेश चली गईं।