दुर्लभ बीमारियों के प्रति जागरूक करती हैं बॉलीवुड की ये फिल्में
लंबे समय तक बॉलीवुड में बीमारियों का इस्तेमाल प्लॉट को एक भावुक मोड़ देने के लिए होता रहा। कैंसर, टीबी जैसी बीमारियों को फिल्मों में इतना इस्तेमाल किया गया कि आम जनता में इनका डर बैठता गया। हालांकि, समय के साथ फिल्म लेखकों के विचार बदले हैं और अब अकसर बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने वाले स्क्रिप्ट भी तैयार हो रहे हैं। नजर डालते हैं ऐसी ही फिल्मों पर जिसमें किसी दुर्लभ बीमारी को विषय बनाया गया।
तारे जमीन पर
आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' में एक ऐसे बच्चे को दिखाया गया था जो डिस्लेक्सिया से पीड़ित है। डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चे को पढ़ने-लिखने में कठिनाई होती है। फिल्म के किरदार ईशान (दर्शील सफारी) की इस बीमारी को उसके माता-पिता नहीं समझ पाते हैं और उससे बेहतर प्रदर्शन करने की अपेक्षा करते हैं। ऐसे में वह लोगों से घुलने-मिलने की बजाय अपनी दुनिया में गुम रहता है। आखिर में उसके टीचर उसकी विशेष प्रतिभा को पहचानते हैं।
पा
इस फिल्म का किरदार ऑरो, प्रोजेरिया नाम की बीमारी से पीड़ित है। यह दुर्लभ बीमारी होती है जिसमें बच्चे का शारीरिक विकास तेजी से होता है। वह अपनी उम्र से पांच गुना ज्यादा बड़ा नजर आता है। बच्चे का सिर और आंखें काफी बड़े हो जाते हैं। 'पा' में ऑरो का किरदार अमिताभ बच्चन ने निभाया था जबकि ऑरो के पिता के किरदार में अभिषेक बच्चन नजर आए थे। विद्या बालन ऑरो की मां की भूमिका में थीं।
बर्फी
रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा स्टारर फिल्म 'बर्फी' भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजी गई थी। फिल्म में रणबीर का किरदार बर्फी सुन-बोल नहीं सकता, वहीं झिलमिल (प्रियंका) ऑटिज्म से पीड़ित है। फिल्म में बर्फी और झिलमिल मिलते हैं। बर्फी, झलमिल का ख्याल रखता है और बाद में दोनों की शादी हो जाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि हर किसी की अपनी दुनिया होती है। जरूरी नहीं कि जो सामाज में स्वीकार हो, वही सही हो।
हिचकी
2018 में आई रानी मुखर्जी की इस फिल्म से पहले कम ही लोग टूरेट सिंड्रोम के बारे में जानते होंगे। फिल्म में रानी का किरदार इस सिंड्रोम से पीड़ित है। यह एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन होती है जिसमें अचानक पीड़ित के मुंह से अजीब आवाज आने लगती है, हिचकी आती है या फिर पलकें तेज झपकने लगती हैं। यशराज फिल्म्स की 'हिचकी' में नैना (रानी) टीचर बनना चाहती है लेकिन उसकी बीमारी उसके लिए चुनौती बन जाती है।
भूल भुलैया
अक्षय कुमार और विद्या बालन की फिल्म 'भूल भुलैया' वैसे तो एक हॉरर-कॉमेडी फिल्म है लेकिन इस फिल्म ने भी एक दुर्लभ बीमारी से दर्शकों का परिचय कराया। फिल्म में विद्या बालन के किरदार को 'मल्टिपल पर्सनालिटी डिसॉर्डर' से पीड़ित दिखाया गया। इसे 'डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसॉर्डर' भी कहते हैं। यह एक मानसिक स्थिति होती है जिसमें पीड़ित किसी और की पहचान को अपना समझने लगता है। इसमें उसके हाव-भाव, पसंद-नापसंद सबकुछ दूसरे व्यक्ति की तरह हो जाते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
बीते 20 मई को 'भूल भुलैया' का सीक्वल रिलीज हुआ। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की इस फिल्म ने बंपर कमाई की है। करीब एक महीने बाद फिल्म का कलेक्शन 200 करोड़ रुपये के नजदीक पहुंच गया है।