
#NewsBytesExplainer: बॉलीवुड में क्या होता है इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर कॉन्सेप्ट, कब और कैसे हुई इसकी शुरुआत?
क्या है खबर?
बॉलीवुड फिल्में हों या फिर वेब सीरीज इन दिनों हर किसी में रोमांटिक और बोल्ड सीन देखने को मिल जाते हैं।
इन इंटिमेट सीन को फिल्माने में कलाकारों के साथ ही निर्देशकों को भी बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं, लेकिन अब इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर ने इसे आसान बना दिया है।
भारत में इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर का कॉन्सेप्ट नया है, लेकिन बहुत जरूरी है।
आइए आपको बताते हैं कि इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई और इनका काम क्या होता है।
शुरुआत
'गहराइयां' में पहली बार इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की ली गई मदद
भारत में पहले इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर नहीं होते थे, लेकिन दीपिका पादुकोण की फिल्म 'गहराइयां' से ये बदल गया।
पहली बार इस फिल्म में इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की मदद ली गई, जिसकी गाइडलाइन के अनुसार ही सभी सीन शूट हुए।
फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी और दीपिका के बीच किसिंग सीन इसी तरह फिल्माए गए।
ये इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर थीं आस्था खन्ना, जिन्होंने सहायक निर्देशक के तौर पर अपना करियर शुरू करने के बाद कोर्स किया और भारत की पहली इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर बन गईं।
आगमन
भारत में कैसे आया ये कॉन्सेप्ट?
'गहराइयां' फिल्म में शकुन बत्रा को दो गानों में इंटीमेट सीन दिखाने थे। इसके लिए उन्होंने आस्था से पता करने के लिए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटिमेट सीन कैसे शूट होते हैं।
जब आस्था ने 'गहराइयां' के लिए इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की तलाश की तो भारत में कोई नहीं मिला।
ऐसे में जब कोरोना वायरस के चलते शूटिंग रुकी तो उन्होंने इसका कोर्स कर लिया और फिर फिल्मों में इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की तरह काम करना शुरू कर दिया।
काम
क्या होता है इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर का काम?
इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर के काम को आसान भाषा में समझे तो उन्हें किसी भी फिल्म में यह सुनिश्चित करना होता है कि इंटिमेट सीन की शूटिंग के दौरान कलाकारों को असहज महसूस न हो।
इसके अलावा सीन को कितने देर या किस तरह से शूट करना है, इस बारे में कलाकारों को समझाना और उसे सही तरीके से कोरियोग्राफ करना उनके काम में शामिल है।
इनके होने से कलाकारों को सुविधा मिलती है और बिना बाधा के शूटिंग हो जाती है।
मांग
#MeToo के बाद हॉलीवुड में हुई थी शुरुआत
साल 2017 में #MeToo आंदोलन के जोर पकड़ने के बाद हॉलीवुड में कलाकारों को सुरक्षित वातावरण देने के लिए यह एक जरूरी प्रोफाइल बन गया था।
भारत में यह कॉन्सेप्ट नया था और न ही यहां कोई संगठन या संस्थान है, जो बताता है कि कैसे इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर बन सकते हैं।
ऐसे में आस्था ने ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करके लोगों को पढ़ाना शुरू किया, जिसके बाद भारत में 6 और सर्टिफाइड इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर बन गए।
शूटिंग
असल में शूट नहीं होते इंटिमेट सीन
जिस तरह से फिल्मों में असली एक्शन सीन नहीं होते, उसी तरह से इंटिमेट सीन भी असली नहीं होते।
इंटिमेट सीन इस तरह से फिल्माए जाते हैं कि पर्दे पर ये सच लगते हैं, वहीं न्यूड सीन भी मॉडेस्टी गारमेंट्स के सहारे शूट होते हैं।
इसके अलावा जब सितारों को सीन शूट करने में दिक्कत होती है तो उनकी इजाजत पर बॉडी डबल का इस्तेमाल होता है। अगर किसी सीन से उन्हें परेशानी होती है तो उसे हटाया जाता है।
शूटिंग
ऐसे की जाती है शूटिंग
किसी भी सीन को शूट करने से पहले कलाकारों से बात की जाती है कि वे किस चीज को करने में असहज महसूस करते हैं।
इसके बाद वर्कशॉप होती हैं, जहां इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर सीन को कलाकारों की सहमति को बरकरार रखते हुए कोरियोग्राफ करता है।
सीन के दौरान चेहरे को छुने के लिए भी कलाकारों से पूछा जाता है, अगर उन्हें दिक्कत होती है तो बाउंड्री लाइन ड्रॉ की जाती है। शूटिंग के दौरान 7-8 लोग सेट पर रहते हैं।
किट
इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर के पास होती है एक किट
इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर के पास एक किट रहती है, जो इंटिमेट सीन के दौरान इस्तेमाल की जाती है।
इस किट में माउथ वॉश, डिओ, टूथ-ब्रश, अल्कोहल प्रेप पैड, बॉडी टेप और केटी टेप सहित कई तरह का सामान होता है।
कलाकारों को एक-दूसरे से कितनी शारीरिक दूरी रखनी है यह उन पर निर्भर करता है और इसी को ध्यान में रखते हुए इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर कुछ प्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें सॉफ्ट पिलो, क्रौच गार्ड, मोडेस्टी गारमेंट आदि शामिल होते हैं।
बॉडी डबल
पहले सिर्फ बॉडी डबल का होता था इस्तेमाल
बॉलीवुड फिल्मों में पहले भी बोल्ड सीन फिल्माए गए हैं, लेकिन तब यह कॉन्सेप्ट नहीं था।
ऐसे में अगर किसी सितारे को सीन से दिक्कत होती थी, तो बॉडी डबल के सहारे उसे शूट किया जाता था।
हालांकि, अगर सितारे को बॉडी डबल के साथ भी सीन नहीं कराना होता था तो वह फिल्म साइन करने से पहले ही अपनी शर्त बता देते हैं।
अब इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की मौजूदगी में ही बॉडी डबल का भी इस्तेमाल होता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
संजय लीला भंसाली ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट 'हीरामंडी' में बोल्ड सीन को फिल्माने के लिए नेटफ्लिक्स के साथ एक महिला इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर को शामिल किया है। बता दें कि हीरामंडी में सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, मनीषा कोइराला सहित कई सितारे शामिल हैं।