'बिग बॉस 10' के प्रतिभागी स्वामी ओम का 63 साल की उम्र में निधन
'बिग बॉस 10' के चर्चित प्रतिभागी रहे स्वामी ओम का 63 साल की उम्र में दिल्ली में निधन हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वह पिछले कुछ समय से बीमार थे और उनका आधा शरीर लगवाग्रस्त हो चुका था। दिल्ली AIIMS में उनका इलाज चल रहा था। स्वामी ओम के मित्र मुकेश जैन के बेटे अर्जुन जैन ने मीडिया को बताया कि लकवाग्रस्त होने के कारण उनकी मृत्यु हुई है।
पिछले साल कोरोना से संक्रमित हुए थे स्वामी ओम
स्वामी ओम पिछले साल कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे। इस बीमारी से उबरने के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाया था। अर्जुन जैन ने कहा, "कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद भी उन्हें कमजोरी महसूस हो रही थी। कमजोरी होने के कारण वह चलने में असमर्थ थे। इसके बाद उनके शरीर का आधा भाग लकवाग्रस्त हो चुका था। 15 दिन पहले लकवाग्रस्त होने के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई थी।"
निगम बोध घाट पर किया गया अंतिम संस्कार
स्वामी ओम ने आज सुबह गाजियाबाद के अंकुर विहार इलाके में स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार बुधवार को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली के निगम घाट पर किया गया है। स्वामी 'बिग बॉस 10' में विवादों के कारण 2016-17 में चर्चा में आए थे। उस वक्त इनके द्वारा किये गये विवादों के कारण कलर्स चैनल पर प्रसारित होने वाले इस शो की काफी आलोचना की गई थी।
कैसे 'बिग बॉस' में विवादों में आये थे स्वामी?
'बिग बॉस 10' के दौरान साथी प्रतिभागियों पर मूत्र फेंकने के बाद वह विवादों में आ गये थे। उन्होंने अपने साथी प्रतिभागी बानी जे और रोहन मेहरा पर मूत्र फेंका था। इसके बाद बानी जे और रोहन मेहरा ने स्वामी ओम के खिलाफ शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद इस शो के निर्माताओं ने उनके खिलाफ एक्शन लिया था और स्वामी ओम को 'बिग बॉस' से बाहर कर दिया गया था।
जब सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी पर लगाया था पांच लाख रुपये का जुर्माना
'बिग बॉस' से बाहर आने के बाद भी स्वामी अन्य कारणों से सुर्खियों में बने रहते थे। सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी के ऊपर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। दरअसल, 2017 में भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस दीपक मिश्रा के चयन को इन्होंने चुनौती दी थी। उन्होंने इसके खिलाफ याचिका भू दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने इनकी याचिका खारिज कर दी थी। इसके साथ ही कोर्ट ने जुर्माना देने का निर्देश दिया था।