जयंती विशेष: आरडी बर्मन ऐसे बने थे पंचम दा, सुनिए उनके ये सदाबहार गाने
मशहूर संगीतकार आरडी बर्मन किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने गानों से देश ही नहीं पूरी दुनिया में भारतीय संगीत को अलग पहचान दिलाई थी। 27 जून, 1939 को कोलकाता में जन्मे संगीतकार को लोग प्यार से पंचम दा कहकर बुलाते थे। 60 से 80 के दशक तक पंचम दा ने 331 फिल्मों को संगीत दिया था और आज भी उनके गाने लोगों को दिलों को छू जाते हैं। आइए उनके गानों पर नजर डालते हैं।
इस वजह से मिला था पंचम दा नाम
मशहूर गायक एसडी बर्मन के घर जन्मे पंचम दा के नाम से भी एक दिलचस्प कहानी जुड़ी हुई है। दरअसल, बर्मन जब भी किसी धून को गुनगुनाते थे तो वह अक्सर 'प' शब्द का इस्तेमाल करते थे। उनकी इसी बात को दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार ने पकड़ लिया। इसके बाद सरगम में 'प' के पांचवें स्थान पर आने की वजह से उन्हें पंचम दा कहा जाने लगा और वह इसी नाम से मशहूर हो गए।
हमें तुमसे प्यार कितना
1981 में आई फिल्म 'कुदरत' का गाना 'हमें तुमसे प्यार कितना' पंचम दा के बेहतरीन गानों में शुमार है। उन्होंने इस गाना को संगीत दिया था तो मजरूह सुल्तानपुरी ने इसके बोल लिखे थे, वहीं किशोर कुमार ने अपनी आवाज दी थी। राजेश और हेमा मालिनी पर फिल्माया गया यह गाना आज भी लोगों के दिलों को छू जाता है। इस गाने को रीक्रिएट भी किया जा चुका है, लेकिन यह आज भी अलग अपनी अलग जगह बनाए हुए है।
ओ मेरे दिल के चैन
पंचम दा के संगीत और किशोर की आवाज से सजा गाना 'ओ मेरे दिल के चैन' आज भी लोगों की जुबां पर चढ़ जाता है। यह गाना 1972 में आई फिल्म 'मेरे जीवन साथी' का है, जिसे भी सुल्तानपुरी ने लिखा था। इसमें राजेश खन्ना, तनुजा, बिंदु, हेलेन, सुजीत कुमार और राजेंद्र नाथ नजर आए थे। इस गाने को लोगों ने उस दौर में भी काफी प्यार दिया था तो आज भी यह उतना ही पसंद किया जाता है।
दम मारो दम
1971 में आई फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' के गाना 'दम मारो दम' रातोंरात मशहूर हो गया था। आशा भोसले की दमदार आवाज से सजे इस गानों को आज भी लोग काफी पसंद करते हैं और यह पार्टियों में भी सुनने को मिल जाता है। इस गाने को जीनत अमान पर फिल्माया गया था, जिसके बाद उनकी किस्मत चमक गई थी। इस फिल्म में देव आनंद, प्रेम चोपड़ा और मुमताज भी मुख्य भूमिका में नजर आए थे।
जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं
1974 में आई फिल्म 'आपकी कसम' के गाने 'जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुकाम' को किशोर ने गाया था। इस गाने का संगीत बर्मन ने दिया तो इसके बोल आनंद बक्शी ने लिखे थे, जो आज भी लोगों के दिलों को छू जाते हैं। राजेश पर फिल्माए गए इस गाने में उनकी अदाकारी ने लोगों का दिल जीत लिया था। इस फिल्म में मुमताज और संजीव कुमार भी अहम भूमिका में नजर आए थे।
चुरा लिया है तुमने जो दिल को
'यादों की बारात' का गाना 'चुरा लिया है तुमने जो दिल को' जीनत पर फिल्माया गया था। इस फिल्म में विजय अरोड़ा और धर्मेंद्र भी मुख्य भूमिका में दिखे थे। आशा और मोहम्मत रफी की शानदार आवाज से सजे इस गाने के बोल सुल्तानपुरी ने लिखे थे। इनके अलावा पंचम दा ने 'रिम झिम गिरे सावन', 'बांहों में चले आओ', 'आप की आंखों में कुछ महके हुए से ख्वाब हैं', 'रूप तेरा मस्ताना' सहित कई बेहतरीन गाने बनाए थे।