'मुगल-ए-आजम': मीना कुमारी को 'अनारकली' बनाना चाहते थे फिल्म निर्माता, नरगिस को भी मिला था प्रस्ताव
क्या है खबर?
'मुगल-ए-आजम' हिंदी सिनेमा की उत्कृष्ट फिल्मों में से एक है। कम संसाधन और तकनीक वाले दौर में बनाई गई यह फिल्म आज भी एक सिनेमाई करिश्मा मानी जाती है।
फिल्म में दिलीप कुमार, मधुबाला और पृथ्वीराज कपूर ने ऐसा अभिनय किया कि उनके किरदारों में अब किसी और की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
कम ही लोग जानते हैं कि फिल्म निर्माता के आसिफ ने फिल्म का प्रस्ताव मधुबाला से पहले मीना कुमारी और नरगिस को दिया था।
खबर
अनारकली के लिए नरगिस थीं पहली पसंद
1960 में रिलीज हुई फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में दिलीप कुमार ने शहजादे सलीम और मधुबाला ने अनारकली की भूमिका निभाई थी।
नवभारतटाइम्स डॉट कॉम से बातचीत में हिंदी फिल्मों के वरिष्ठ अभिनेता रजा मुराद ने फिल्म के बारे में रोचक जानकारियां दीं।
उन्होंने बताया कि सलीम के किरदार के लिए अभिनेता सप्रू और अनारकली के किरदार के लिए नरगिस आसिफ की पहली पसंद थीं। कुछ कारणों से आसिफ की यह योजना सफल नहीं हो पाई थी।
मीना कुमारी
मधुबाला से पहले मीना कुमारी को मिली थी 'अनारकली'
रजा मुराद ने कहा कि आसिफ ऐसे व्यक्ति थे, जो तब तक कोई काम नहीं शुरू करते थे, जब तक वह उसे लेकर पूरी तरह संतुष्ट न हो जाएं।
नरगिस के बाद उन्होंने 'अनारकली' की भूमिका का प्रस्ताव मीना कुमारी को दिया था। वह मीना को स्क्रिप्ट सुनाने पृथ्वीराज कपूर के साथ उनके घर जानकी कुटीर गए थे।
मीना कुमारी भी इस फिल्म का हिस्सा नहीं बन सकीं। आखिर में उन्होंने मधुबाला को कास्ट किया था।
खास बात
लता मंगेशकर ने बाथरूम में गाया था मशहूर गाना
इस फिल्म को अपने गानों और भव्य सेट के लिए खासा पसंद किया जाता है।
संगीतकार नौशाद ने फिल्म के लिए 20 गाने बनाए थे, जिन्हें फिल्माया गया, लेकिन एडिटिंग के दौरान केवल 12 गाने ही बचे।
फिल्म के सभी गाने बहुत मशहूर हुए थे, लेकिन 'प्यार किया तो डरना क्या' ने अपनी एक अलग जगह बनाई।
रिपोरर्ट्स के अनुसार, इसे लता मंगेशकर ने बाथरूम में गाया क्योंकि स्टूडियो में उन्हें वह गूंज नहीं मिल रही थी।
फिल्म
16 साल में बनी थी फिल्म
कम ही लोग जानते हैं कि 'मुगल-ए-आजम' को बनाने में 16 साल लगे थे।
यह आसिफ का सपना थी, जिसे बनाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
फिल्म के बाद वह भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर हो गए। जिस दौर में अमूमन 5 से 10 लाख रुपये में फिल्में बनती थीं, तब आसिफ ने इस फिल्म पर 1.5 करोड़ रुपये लगाए थे।
2004 में इस फिल्म का रंगीन वर्जन रिलीज किया गया था। यह फिल्म ZEE5 पर उपलब्ध है।