पिता सुनील शेट्टी की फिल्म 'धड़कन' के रीमेक में काम करना चाहते हैं अहान
क्या है खबर?
सुनील शेट्टी ने अपने लंबे एक्टिंग करियर में कई बड़ी और सफल फिल्मों में काम किया। 'धड़कन' भी उनकी बेहतरीन फिल्मों में शुमार है।
अब सुनील के बेटे अहान ने भी फिल्म 'तड़प' से बॉलीवुड में कदम रख लिया है और वह भी पापा के नक्शे-कदम पर चलना चाहते हैं। हाल ही में अहान ने कहा कि वह अपने पिता की सुपरहिट फिल्म 'धड़कन' के रीमेक का हिस्सा बनना चाहते हैं।
आइए जानते हैं क्या है अहान की ख्वाहिश।
मंशा
अहान ने 'बॉर्डर' और 'धड़कन' के रीमेक में दिखाई दिलचस्पी
अहान से पूछा गया कि वह अपने पिता की किस फिल्म के रीमेक में काम करना चाहते हैं तो उनका जवाब था, "फिल्म 'बॉर्डर' का रीमेक बनना चाहिए। मैं इसका हिस्सा बनना चाहूंगा, लेकिन रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'धड़कन' के रीमेक से जुड़ना वाकई दिलचस्प होगा।"
अब अहान की यह इच्छा कब पूरी होगी, पता नहीं, लेकिन कुछ दिन पहले उनके पिता ने यह जरूर कहा था कि वह अपनी फिल्म 'गोपी किशन' के रीमेक में अहान को देखना चाहते हैं।
स्टारकास्ट
'धड़कन' में सुनील के साथ दिखे थे अक्षय और शिल्पा
2000 में आई 'धड़कन' में सुनील के साथ शिल्पा शेट्टी और अक्षय कुमार भी नजर आए थे। फिल्म की कहानी से लेकर तीनों सितारों की एक्टिंग ने फिल्म को हिट करा दिया था। फिल्म में सुनील ने देव नाम के एक जुनूनी और गंभीर प्रेमी का किरदार निभाया था।
फिल्म ने उस वक्त करीब 26 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था। फिल्म ने कई रिकॉर्ड बनाए थे। धर्मेश दर्शन के निर्देशन में बनी इस फिल्म के निर्माता रतन जैन थे।
खुलासा
साजिद नाडियाडवाला के साथ फिर काम करेंगे अहान
अहान ने पिछले साल साजिद नाडियाडवाला की फिल्म 'तड़प' से अपना एक्टिंग डेब्यू किया। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई की। इसमें अहान के अभिनय को काफी सराहा गया।
यह पूछे जाने पर कि अहान ने आगे क्या योजना बनाई है? इस पर उन्होंने कहा, "कुछ दिलचस्प चीजें हैं, जिनकी एक महीने के अंदर घोषणा होगी। इसके अलावा मैंने साजिद नाडियाडवाला के साथ चार फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। मैं उनके साथ दोबारा काम करने वाला हूं।"
समानता
कई मामलों में अपने पिता पर गए हैं अहान
अहान एक अच्छे गायक और संगीतकार भी हैं। वह एक लोकप्रिय म्यूजिक बैंड के लीड सिंगर और गिटारिस्ट भी रह चुके हैं। उनका यह अंदाज उनके पिता से मेल खाता है।
इसके अलावा अहान के चलने-फिरने का अंदाज भी पिता की ही तरह है। स्कूल के दिनों में अहान अच्छे फुटबॉलर रहे हैं। वह अपनी स्कूल टीम के फुटबॉल कैप्टन थे।
अहान की इस उपलब्धि पर सुनील को भी गर्व रहा है, क्योंकि वह खुद भी खेलकूद के शौकीन हैं।