अध्ययन सुमन ने कास्टिंग निर्देशकों पर साधा निशाना, कहा- मेरे साथ हुआ जानवर जैसा बर्ताव
बॉलीवुड में पिछले कुछ दिनों जहां सितारे इंडस्ट्री के भीतर चल रही राजनीति पर बात कर रहे हैं तो कई ने अपने साथ हुए कास्टिंग काउच को उजागर किया है। हाल ही में अध्ययन सुमन ने करियर के शुरुआती दिनों में कास्टिंग निर्देशकों के उनके साथ किए गए बर्ताव के बारे में बताया। अध्ययन का कहना है कि उनके साथ जानवर जैसा बर्ताव होता था और उन्हें रात में किसी भी समय फिल्मी पार्टीयों में बुला लिया जाता था।
शेखर सुमन के बेटे होने का भी नहीं मिला फायदा
अध्ययन ने 2008 में 'हाल-ए-दिल' से करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह 'राज- द मिस्ट्री कंटीन्यूज', 'हार्टलेस', 'हिम्मतवाला' जैसी कई फिल्मों में नजर आए, लेकिन वह अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब नहीं हो सके। अध्ययन को शेखर सुमन के बेटे होने का भी खास फायदा नहीं मिला और शुरुआती दिनों से उन्हें संघर्ष करना पड़ा। कई बार बॉलीवुड के काले चिट्ठों से पर्दा हटा चुके अध्ययन ने एक बार फिर इंडस्ट्री की पोल खोली है।
पार्टी करने से नहीं मिलता काम- अध्ययन
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में अध्ययन ने कहा, "लोग कहते थे कि अरे जा ना, पार्टी कर इंडस्ट्री के लोगों के साथ, लेकिन मेरा सवाल था कि पार्टी करने से काम कैसे मिलेगा?" उन्होंने कहा, "सिर्फ पार्टी करने से काम नहीं मिलता है। कुछ बड़ा करने से पहले आप लोगों के साथ पार्टी नहीं कर सकते क्योंकि वो आपको बुलाएंगे नहीं। ऐसे में आपके बहुत सफल होने या किसी स्टार किड के बचपन के दोस्त होने की जरूरत है।"
रात 2 बजे पार्टी में शामिल होने के लिए आते थे फोन- अध्ययन
अध्ययन ने बताया कि उन्हें पार्टियों में काम मिलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन फिर भी वह पार्टियों में शामिल हुए क्योंकि वह कुछ करना चाहते थे। उन्होंने कहा, "कास्टिंग निर्देशक ने मुझे रात के 2 बजे फोन करके कहा कि अभी आजा उठकर। उन्होंने मुझे ऐसी ही अजीब समय पर जगाया और पार्टी करने बुलाया।" अभिनेता ने कहा, "कुछ समय के बाद मुझे एक जानवर की तरह महसूस हुआ, जिसे पहले बोला गया उठ जाओ, फिर बोला बैठ जाओ।"
अभिनेता ने इस बात को बताया सबसे खराब
अध्ययन ने बताया कि इसकी सबसे खराब बात यह थी कि कास्टिंग निर्देशकों को आप मना भी नहीं कर सकते थे क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगे तो उनके अहंकार को चोट पहुंच जाएगी। ऐसे में अभिनेता का मनना है कि किसी को फोन करने का एक सही समय होना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या आज स्थिति बदल गई है तो अभिनेता ने कहा कि आज लोगों को उनके सोशल मीडिया व्यक्तित्व के आधार पर आंका जाता है।
आज इंस्टाग्राम पर लोकप्रियता रखती है मायने- अध्ययन
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अध्ययन ने कहा, "आज चीजें इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप इंस्टाग्राम पर कितने लोकप्रिय हैं, लेकिन एक अभिनेता के रूप में आप कैसे हैं, इससे इंस्टाग्राम की लोकप्रियता का क्या लेना-देना है?" उन्होंने कहा, "अभिनेता बनने के लिए आपको अभिनय की समझ होनी चाहिए, लेकिन यहां आपकी तुलना 10 लाख फॉलोअर्स वालों से होती है और कम फॉलोअर्स होने पर आपको कास्ट नहीं करेंगे। यह काफी हास्यास्पद है।"