अध्ययन सुमन बोले- पिता शेखर से परेशानी के चलते इंडस्ट्री में लोग नहीं देते उन्हें काम
पिछले काफी समय से बॉलीवुड में गुटबाजी और राजनीति पर लोग खुलकर बोल कर रहे हैं, वहीं अब अध्ययन सुमन ने इस बारे में बात की है। अध्ययन पहले कई बार बता चुके हैं कि इस गुटबाजी के चलते उनकी 14 फिल्में बंद हो गई थीं और कई बड़ी फिल्मों से उन्हें बाहर कर दिया गया था। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे करके उनके पिता शेखर सुमन से लोग बदला ले रहे हैं, जिन्हें उनसे परेशानी है।
पिता के शो की वजह से नहीं मिला फिल्मों में काम- अध्ययन
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान अध्ययन बताते हैं कि उन्होंने इंडस्ट्री में कभी किसी को नाराज नहीं किया है, लेकिन उनके साथ ये सब गुटबाजी करना उनके पिता शेखर से बदला लेने का परिणाम है। उन्होंने कहा, "मुझे मेरे पिता के शो मूवर्स एंड शेकर्स की वजह से फिल्में नहीं मिलीं। उन्हें हर एपिसोड में स्क्रिप्ट मिलती थी, लेकिन कुछ लोग उनकी बातों से नाराज हो जाते कि शेखर ने हमारे बारे में कैसी बातें की हैं।"
कई लोगों को है पिता से समस्या- अध्ययन
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले अध्ययन ने कहा, " मेरे पिता ने न तो किसी पर व्यक्तिगत हमला किया और न ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने सिर्फ अपना काम किया, लेकिन लोगों ने इसे व्यक्तिगत रूप से लिया और सोचा कि इसका बदला उनके बेटे पर निकालेंगे।" अभिनेता ने दावा है कि उन्हें यहां तक कहा गया था कि कई लोगों को आपके पिता से समस्या है और वे आपको कभी फिल्में नहीं देंगे।
3 महीने पहले भी अध्ययन के हाथ से निकली थी फिल्म
अध्ययन का कहना है कि 3 महीने पहले भी उनके साथ एक ऐसी ही घटना हुई थी। उन्होंने कहा, "मुझे एक बड़े सुपरस्टार के साथ एक फिल्म मिली थी। सब बातें हो गई थीं और मैं कॉन्ट्रैक्ट पर चर्चा करने के लिए फोन आने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन वे पीछे हट गए।" उन्होंने कहा, "मैंने उनसे पूछा कि समस्या क्या थी क्योंकि मुझे हटाना बहुत आसान है। कोई भी फोन कर कह सकता था कि इसको मत लो।"
पहले भी कई बार लोगों ने निकाला फिल्म से बाहर
अध्ययन ने पुरानी बातों को याद करते हुए बताया कि उनके साथ ऐसा कई बार हो चुका है कि फिल्म मिली और फिर उन्हें बाहर निकाल दिया गया। उन्होंने कहा, "एक प्रोड्यूसर थे, जिन्होंने मेरे सामने एक दूसरे प्रोड्यूसर को बुलाया और कहा कि हम अध्ययन को कास्ट करने के बारे में सोच रहे हैं। इस पर उस व्यक्ति ने जवाब दिया, इसको मत लो, वह समय का पाबंद नहीं हैं और ड्रग्स लेता है।"
परिवार पर भी पड़ता है काम न मिलने का असर
अध्ययन का कहना है कि इस सबका असर उनके परिवार पर भी पड़ता है। उन्होंने कहा, "जब मेरी मां को पता चला कि मुझे इतनी अच्छी फिल्म मिली है तो वह खुशी से रोने लगीं, लेकिन 2 घंटे बाद ही मौका हाथ से निकल गया।" वह कहते हैं, "एक अभिनेता उस एक ब्रेक को पाने के लिए संघर्ष करता है, लेकिन आप उसे उससे दूर ले जाते हैं। क्या आप समझते हैं कि यह कितना दिल दहला देने वाला है?"
प्रियंका की तरह सफल होकर बोलना है सही
अध्ययन का कहना है उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी चीजों के बारे में बात नहीं की है क्योंकि उनका मानना है कि आप कितना भी बोल लें, इनमें से कोई भी चीज नहीं बदलेगी। यह बातें सामने आएंगी, कुछ लोग इसके बारे में बात करेंगे और कुछ दिनों के बाद सब वैसा ही हो जाएगा। उन्हें लगता है कि जब तक कोई प्रियंका चोपड़ा की तरह सफल नहीं हो जाता, तब तक सच बोलने का कोई मतलब नहीं है।
ऐसा रहा अध्ययन का सफर
अध्ययन ने 2008 में 'हाल-ए-दिल' से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह कंगना रनौत के साथ 'राज द मिस्ट्री कंटिन्यू', 'हार्टलेस', सहित कई फिल्मों में नजर आए हैं। आखिरी बार वह बॉबी देओल के साथ 'आश्रम' वेब सीरीज में दिखाई दिए थे।