डाटा साइंस में बनाना है करियर तो इन बातों का रखें ध्यान, जल्द मिलेगी नौकरी
दुनियाभर में कंपनियां अब डाटा के आधार पर ही अपना बिजनेस फैला रही हैं और इस कारण इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। लॉजिस्टिक्स, बिजनेस इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा आर्किटेक्चर और डाटा साइंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में डाटा साइंस का अनुभव रखने वालों को नौकरी में तरजीह मिल रही है। अगर आप भी इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं तो इससे पहले आपको इस क्षेत्र से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए।
डाटा साइंटिस्ट का काम क्या होता है?
डाटा किसी भी क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इसके उपयोग का असल फायदा तभी मिलता है जब इसे जरूरत के हिसाब से प्रस्तुत किया गया हो। डाटा साइंटिस्ट से उम्मीद की जाती है कि वह डाटा रुझानों और पैटर्न के आधार पर वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करेगा। इसमें निपुण होने के लिए आपको डाटा साइंस के बुनियादी सिद्धांतों, सांख्यिकीय कौशल, प्रोग्रामिंग, डाटा विजुअलाइजेशन और डाटा विश्लेषण को समझने का अभ्यास करना चाहिए।
डाटा साइंस में करियर बनाने से पहले करें ये काम
डाटा साइंस के क्षेत्र में जाने से पहले अगर आप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आपको वाकई इस क्षेत्र में दिलचस्पी है या नहीं तो आप इसके लिए बेसिक स्तर का कोर्स कर सकते हैं। अगर आपको यह कोर्स सही लगे तो आप इसमें आगे करियर बनाने के बारे में सोच सकते हैं। वहीं, अगर आपको इस क्षेत्र की समझ पहले से ही हो चुकी है तो आप कोई डिप्लोमा या डिग्री हासिल कर सकते हैं।
डाटा साइंटिस्ट की नौकरी के लिए बेहतरीन पेशेवर पोर्टफोलियो बनाएं
डाटा साइंस का काम सीखने के बाद भी अधूरे पोर्टफोलियो के कारण आपको नौकरी मिलने की संभावना कम हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि आपके पोर्टफोलियो में रिज्यूमे और कवर लेटर के साथ-साथ आपके द्वारा किए गए काम के कुछ सैंपल भी हों। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि आप जिस प्रोफाइल के लिए आवेदन कर रहे हैं, उससे संबंधित डिजिटल पेशेवर पोर्टफोलियो बना हो ताकि कंपनी को आपके बारे में आसानी से जानकारी मिल सके।
डाटा साइंस की पढ़ाई के बाद इंटर्नशिप के लिए करें आवेदन
डाटा साइंस के बेसिक कोर्स करने के बाद आपके लिए यह बेहतर होगा कि आप किसी अच्छी कंपनी में इंटर्नशिप कर लें। इस दौरान आपको कुछ वेतन मिलने के साथ-साथ कई और भी फायदे होंगे। आपने अपने कोर्स के दौरान जो भी पढ़ाई की होगी, यहां आप उसका प्रैक्टिकल के लिए पूरा इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके अलावा आपका अनुभव बढ़ेगा और फिर किसी नई नौकरी के लिए आप अनुभव के साथ आवेदन कर सकेंगे।