असफलता के डर को दूर करने के लिए अपनाएं ये टिप्स, मिलेगी सफलता
आज के दौर में हर कोई असफलता के डर से बहुत ज्यादा डरता है। जहां एक तरफ लोग परीक्षा से डरते हैं वहीं दूसरी तरफ लोग परीक्षा से ज्यादा उसमें असफल होने से डरते हैं। जैसा कि आगामी बोर्ड परीक्षाएं आने वाली हैं और सभी छात्र परीक्षाओं से ज्यादा उसकी सफलता और असफलता के बारे में सोचते हैं। कई बार कड़ी मेहनत और अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद भी हम अपने असफलता के डर को दूर नहीं कर पाते हैं।
असफलता के डर से कम होता है आत्मविश्वास
असफलता के डर का असर सबसे ज्यादा आपकी तैयारी पर पड़ता है। आप इस डर के कारण अपनी तैयारी पर पूरा फोकस नहीं कर पाते हैं और हर समय इस डर के बारे में ही सोचते रहते हैं। जब आप असफलता के डर को दूर कर देते हैं, तो आप ज्यादा आत्मविश्वास से परीक्षा दे पाते हैं। इसलिए आज हम एक ऐसा लेख लाए हैं, जिसमें आपको असफलता के डर को दूर करने के लिए कुछ टिप्स बताए गए हैं।
अपनी असफलता को स्वीकारें
असफलता के डर को दूर करने के लिए आपका पहला कदम अपनी असफलता को स्वीकार करना है। जब आप अपनी विफलता को स्वीकार कर लेते हैं, तो आपको अपनी विफलता से काफी कुछ सीखने को भी मिलता है और इसका डर भी आपके मन से चला जाता है। इसलिए जब भी आप कुछ नया करने की कोशिश करते हैं या पहली बार कुछ करने का प्रयास करते हैं, तो उसमें होने वाली विफलता के बारे में न सोचें।
हमेशा पॉजिटिव सोचे
डर को दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका पॉजिटिव थिंकिंग है। जब भी कोई परीक्षा होती है तो आप पहले ही सोचने लगते हैं कि अगर आपका पेपर अच्छा नहीं गया तो क्या होगा। इससे आपका डर और बढ़ जाता है। इसलिए हमेशा पॉजिटिव सोचे।
सकारात्मक कल्पना करें
कल्पना से आप किसी भी डर को दूर कर सकते हैं। इसलिए हर बार जब आप किसी चीज के लिए डरते हैं तो एक मानसिक तस्वीर बनाएं। जैसे कि यदि आप सार्वजनिक भाषण या भीड़ के सामने बोलने से डरते हैं, तो कल्पना करें कि आप भीड़ के सामने खड़े हैं और एक अद्भुत भाषण दे रहे हैं। गतिविधियों या चीजों के बारे में एक सकारात्मक तस्वीर बनाएं। सकारात्मक कल्पना आपके असफलता के डर को दूर करने में मदद करेगी।
दोस्तों और माता-पिता से करें बात
यदि आप किसी चीज़ के बारे में बुरा महसूस कर रहे हैं, विशेष रूप से किसी ऐसी चीज़ के बारे में जिसमें आप असफल हो सकते हैं, तो दूसरों से इसे साझा करें। आप अपने माता-पिता, गुरु, शिक्षकों और यहां तक कि अच्छे दोस्तों के साथ ऐसी भावनाएं साझा कर सकते हैं। इससे आपको अपने डर से उबरने में मदद मिेलेगी। कभी भी किसी बात को अपने मन में न रखें, इससे आप अपने डर को दूर नहीं कर पाएंगे।