
छात्र कर रहे JEE और NEET को स्थगित करने की मांग, सोशल मीडिया पर अभियान शुरू
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बीच सितंबर में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) मेन और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के आयोजन से छात्र और अभिभावक खुश नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोनों परीक्षाओं का आयोजन तय शेड्यूल के अनुसार किया जा रहा है। हालांकि, छात्र और अभिभावक कोर्ट के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। छात्र सोशल मीडिया पर परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग कर रहे है।
आइए जानें पूरी खबर।
परीक्षाएं
तय शोड्यूल से होंगी परीक्षाएं
देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) आदि में प्रवेश के लिए 1 सितंबर से 6 सितंबर के बीच JEE मेन का आयोजन किया जाएगा। वहीं टॉप मेडिकल कॉलेजों में कराए जा रहे अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में प्रवेश के लिए NEET परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
इन परीक्षाओं का आयोजन कराने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के अनुसार 6.4 लाख से भी अधिक छात्रों ने JEE मेन के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड किए हैं।
ट्विटर
ट्विटर पर चल रहा विरोध
रविवार को अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित छात्र और अभिभावकों ने कोरोना वायरस महामारी के बीच हो रही परीक्षाओं के प्रति अपनी नारजगी ट्विटर के माध्यम से जताई।
उन्होंने ट्विटर पर इसके खिलाफ #SATYAGRAH_AgainstExamsInCovid अभियान शुरू किया।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर छात्रों के मन की बात और स्टूडेंट्स लाइव्स मैटर जैसे टैग ट्रेंड कर रहे थे।
छात्रों का कहना है कि परिस्थितियां सही होने तक परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए।
ट्वीट
यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है- छात्र
छात्रों ने कहा है कि यह मामला छात्रों की सुरक्षा के बारे में है और इसे राजनीतिक मामला बनाना सही नहीं है।
बता दें कि इसी संबंध में एक छात्र ने ट्वीट किया कि यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है। यह छात्रों के लाभ के लिए है। कुछ लोग इसे राजनीतिक मामला बनाना चाहते हैं। यह गलत है। छात्र सरकार के साथ हैं, लेकिन सरकार को उनका समर्थन करना चाहिए।
AISA
सरकार के पास नहीं है छात्रों को जोखिम में डालने का अधिकार- AISA
इसके साथ ही ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने ट्वीट कर लिखा कि लाखों छात्र और उनके माता-पिता सत्याग्रह पर हैं।
रविवार को छात्र संस्था ने एक पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि सरकार के पास परीक्षा के लिए छात्रों को जोखिम में डालने का कोई अधिकार नहीं है। अभी देश में लगातार कोरोना वायरस के कारण संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में परीक्षाएं आयोजित कराना सही नहीं है।
राहुल गांधी
राहुल गांधी दे रहे छात्रों का साथ
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी भी परीक्षाओं के विरोध में छात्रों के साथ शामिल हुए।
राहुल ने ट्वीट किया कि आज लाखों छात्र कुछ कह रहे हैं। NEET और JEE मेन परीक्षा को लेकर भारत की सरकार को छात्रों के मन की बात सुननी चाहिए और एक सही समाधान पर पहुंचना चाहिए।
साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सरकार से इन परीक्षाओं को रद्द करने का अनुरोध किया है।
ट्विटर पोस्ट
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
आज हमारे लाखों छात्र सरकार से कुछ कह रहे हैं। NEET, JEE परीक्षा के बारे में उनकी बात सुनी जानी चाहिए और सरकार को एक सार्थक हल निकालना चाहिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 23, 2020
GOI must listen to the #StudentsKeMannKiBaat about NEET, JEE exams and arrive at an acceptable solution.
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की थी परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को JEE मेन और NEET UG परीक्षा को स्थगित करने की याचिका को खारिज कर दिया था।
कोर्ट ने कहा था कि परीक्षाओं में देरी करने से छात्रों के करियर को नुकसान होगा। याचिकाकर्ता को आश्वासन दिया गया था कि परीक्षाओं के दौरान सभी कोरोनो वायरस संबंधी सावधानियों का ध्यान रखा जाएगा।
कोर्ट ने पूछा था कि क्या छात्र पूरा एक साल बर्बाद करने के लिए तैयार हैं?
कोरोना वायरस
देश में अभी तक इतने लोग हो चुके संक्रमित
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 61,408 नए मामले सामने आए हैं और 836 मरीजों ने इसकी वजह से अपनी जान गंवा दी है।
अब देश में कुल मामलों की संख्या 31,06,348 हो गई है, वहीं 57,542 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवाई है। इसके साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या 7,10,771 हो गई है।
दुनियाभर में 2.33 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 8.07 लाख लोगों की मौत हुई है।