NEET: सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर लगी रोक को बढ़ाया, EWS पर दोबारा विचार करेगी सरकार
सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट स्नातकोत्तर (NEET PG) काउंसलिंग 2021 पर लगी रोक को बढ़ा दिया है। केंद्र ने गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उसने NEET में PG चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए दाखिले में आरक्षण के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) की श्रेणी निर्धारित करने के लिए तय आठ लाख रुपये की सालाना आय की सीमा पर फिर से गौर करने का फैसला लिया है।
चार सप्ताह के लिए टली NEET PG काउंसलिंग
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस विक्रम नाथ की पीठ को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि EWS श्रेणी निर्धार्रण के मानदंड तय करने के लिए समिति गठित की जाएगी और समिति को यह काम करने के लिए चार सप्ताह का समय लगेगा। सॉलिसिटर जनरल ने एक बार फिर शीर्ष अदालत को आश्वस्त किया है कि जब तक इस मामले में कोई अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक काउंसलिंग शुरू नहीं की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
NEET PG काउंसलिंग 2021 में EWS आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई थी। इस याचिका में NEET में दाखिले के लिए ऑल इंडिया कोटे में 10% EWS और 27% OBC कोटा के केंद्र सरकार के अध्यादेश को चुनौती दी गई है। कोर्ट ने केंद्र से कहा था कि वह इस आरक्षण का लाभ पाने के लिए निर्धारित आठ लाख रुपये सालाना आय के फैसले पर पुनर्विचार करके छह दिसंबर को अगली सुनवाई में सूचित करें।
केंद्र सरकार ने पहले सही बताया था अपना फैसला
21 अक्टूबर, 2021 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि क्या वे EWS आरक्षण के लिए तय की गई आठ लाख रुपये सालाना आय की सीमा पर पुनर्विचार करेंगे? 26 अक्टूबर को कोर्ट में जबाव देते हुए सरकार ने इसे सही ठहराया था। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने हलफनामे में कहा था कि इसे संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 16 को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है।
25 अक्टूबर से शुरू होने वाली थी NEET काउंसलिंग
बता दें कि NEET PG 2021 50% ऑल इंडिया कोटा (AIQ) के लिए काउंसलिंग पहले 25 अक्टूबर, 2021 से शुरू होने वाली थी। पहले राउंड की पंजीयन प्रक्रिया को पूरा करने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर, 2021 दोपहर 12 बजे तक थी।
NEET काउंसलिंग स्थगित होने पर देशव्यापी हड़ताल
NEET काउंसलिंग में देरी होने पर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने शनिवार से देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया। FORDA ने देश के सभी रेजिडेंट डॉक्टरों से शनिवार से बाह्य रोगी विभाग (OPD) सेवाओं से हटने का अनुरोध किया है। FORDA ने एक बयान में कहा कि देश के रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना महामारी के कारण पहले से ही बोझ से दबे और थके हुए हैं, इसके बावजूद वे आज तक पीजी 2021 काउंसलिंग की धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं।