JEE मेन परीक्षा से जुड़े हैं ये आम मिथक, नए अभ्यर्थी रहें सावधान
क्या है खबर?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) समेत देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE मेन) का आयोजन किया जाता है।
ये परीक्षा हर साल 2 सत्रों में आयोजित होती है। इस परीक्षा को भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक माना जाता है।
इस परीक्षा को लेकर छात्रों के बीच में कई मिथक प्रचलित हैं, जिसके कारण नए परीक्षार्थी तनाव का सामना करते हैं।
आइए इनके बारे में जानते हैं।
#1
ज्यादा से ज्यादा किताबें पढ़ें
JEE मेन परीक्षा को लेकर एक बेहद स्वीकृत मिथक ये है कि अधिक किताबें पढ़ने से छात्रों को बेहतर अंक मिलते हैं, लेकिन ये पूरी तरह गलत है।
बहुत अधिक किताबें पढ़ने से छात्र भ्रमित हो जाते हैं और सारी जानकारियों को याद नहीं रख पाते।
छात्र उस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते जो महत्वपूर्ण है और मूर्खतापूर्ण गलतियां करते हैं।
ऐसे में उम्मीदवारों को सही सामग्री का, सही समय और सही वातावरण में अध्ययन करना चाहिए।
#2
क्या कोटा जाना है जरूरी?
कोटा JEE और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग कक्षाओं का केंद्र है, लेकिन ये JEE पास करने का एकमात्र विकल्प नहीं है।
हर उम्मीदवार को JEE की तैयारी के लिए कोटा जाने की जरूरत नहीं होती। कई छात्र दूरदराज इलाकों में रहकर पढ़ाई करके प्रभावशाली ग्रेड हासिल करते हैं।
ऐसे में उम्मीदवार सही योजना बनाएं और ई-लर्निंग कार्यक्रमों से परामर्श प्राप्त करें। घर में रहकर केंद्रित होकर पढ़ाई करने से भी सफलता मिल सकती है।
#3
पढ़ाई के घंटों पर निर्भर करती है सफलता
JEE मेन परीक्षा को लेकर एक आम धारणा ये है कि जो छात्र लंबे समय तक पढ़ाई करते हैं, उनके सफल होने की संभावना ज्यादा रहती है।
हालांकि, ये धारणा सभी मामलों में सही नहीं होती। परीक्षा तैयारी के दौरान पर्याप्त अध्ययन घंटे समर्पित करना जरूरी है, लेकिन घंटों किताबें लेकर बैठे रहना ठीक नहीं है।
अगर आप केंद्रित होकर पढ़ाई करते हैं तो प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पढ़ना भी पर्याप्त होगा।
#4
JEE मेन की तैयारी बोर्ड परीक्षा के समान है
बोर्ड परीक्षा और JEE मेन 2 अलग-अलग चीजें हैं। दोनों परीक्षाओं की तैयारी एक रणनीति के अनुसार नहीं की जा सकती।
कई छात्र केवल बोर्ड परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं और JEE मेन में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते।
ध्यान रखें कि बोर्ड परीक्षा के दौरान की गई तैयारी JEE मेन पास करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके लिए अलग अध्ययन कार्यक्रम बनाना आवश्यक है।
ऐसे में उम्मीदवार बोर्ड परीक्षा और JEE मेन के लिए समय प्रबंधित करें।
#5
औसत छात्र के लिए JEE पास करना सबसे कठिन है
ये सच है कि JEE पास करना आसान नहीं है, लेकिन कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की जा सकती है।
अक्सर ऐसा माना जाता है कि स्कूल के दौरान उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन करने वाले छात्र ही परीक्षा पास कर पाते हैं, लेकिन ये धारणा गलत है।
JEE मेन में सफलता की संभावनाएं स्कूल ग्रेड पर निर्भर नहीं करती। इसका मतलब है कि एक सामान्य छात्र कड़ी मेहनत से तैयारी और लगातार अभ्यास करके सफलता हासिल कर सकता है।