हरियाणा में बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं या मजाक! 7वां पेपर भी हुआ वायरल
क्या है खबर?
हरियाणा की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई कड़े इंतजाम किए गए हैं, लेकिन इन इंतजामों के बावजूद परीक्षा में नकल पर लगाम नहीं लग पा रही।
गुरुवार को हरियाणा बोर्ड परीक्षा का लगातार 7वां ऐसा पेपर था जो परीक्षा शुरू होने के कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर वायरल हो गया।
ऐसा लग रहा है कि हरियाणा में परीक्षाएं नहीं, मजाक चल रहा है।
पेपर
15 मिनट में वायरल हुआ पेपर
12 मार्च को कक्षा 10वीं का अंग्रेजी का पेपर था। परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट के अंदर ही पेपर वायरल हो गया।
दोपहर 12:30 बजे पेपर शुरू हुआ था। उसके बाद दोपहर 12:45 पर छात्रा के रोल नंबर के साथ ही पेपर वायरल हो गया।
छात्रों ने तब तक अपना पेपर भी करना शुरू नहीं किया था। जिसके बाद पूरे जिले के प्रत्येक परीक्षा केंद्र नकल कराने वालों से भरे पड़े थे।
बयान
बोर्ड ने कहा- हम कुछ नहीं कर सकते
बोर्ड का कहना है कि पेपर परीक्षा शुरू होने के बाद पेपर वायरल होता है। इसमें बोर्ड कुछ भी नहीं कर सकता है। अगर परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर वायरल होते हैं तो उसे लीक मानकर रद्द कर दिया जाता है।
बयान
शिक्षक ही करा रहे नकल, व्हाट्सऐप से वायरल हो रहे पेपर
बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने कहा कि वे नकल रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शिक्षक ही नकल करा रहे हैं।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर का कहना है कि वे परीक्षा के लिए सख्ती बरत रहे हैं। इसके बाद भी व्हाट्सऐप से पेपर वायरल हो रहे हैं। इसका पक्का समाधान अगली बोर्ड परीक्षाओं के लिए करके रखेंगे।
अभी 20 पेपर और होने है और इसमें नकल रोकने की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है।
डाटा
अभी तक दर्ज हुए इतने केस
राज्य में अभी तक नकल के 401 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसके कारण ड्यूटी से 15 सुपरवाइजर रिलीव किए गए, चार केंद्रों की परीक्षा रद्द की गईं हैं। पेपर वायरल होने के बाद 12 मोबाइल जब्त किए गए हैं।
अन्य मामले
उत्तर प्रदेश में भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था पेपर
हरियाणा बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में भी पेपर वायरल होने का मामले सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश में 12वीं का अंग्रेजी का पेपर परीक्षा शुरू होने से पांच घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था।
परीक्षा पूरी होने के बाद वायरल पेपर को देखते ही अधिकारियों के होश उड़ गए। जबकि इस बार सख्ती के कारण परीक्षा की शुरूआत में ही लाखों छात्रों ने अपनी परीक्षा छोड़ दी है।