छात्रों के बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य को लेकर IIT संस्थानों ने उठाए अहम कदम
कुछ दिनों पहले केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री ने राज्यसभा में जानकारी दी थी कि 2018 से 2023 तक 5 सालों में 98 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। 2023 में अब तक छात्र आत्महत्या के 20 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। पिछले सालों में सबसे ज्यादा आत्महत्या इंजीनियरिंग के छात्रों ने की। इनमें सबसे ज्यादा 39 छात्र भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) से थे। छात्रों के बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य को देखते हुए IIT संस्थानों ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
IIT मद्रास ने शुरू किया विशेष काउंसलिंग कार्यक्रम
IIT मद्रास ने चेहरा पहचान उपस्थिति प्रबंधन प्रणाली और एक ऐप के इस्तेमाल को अनिवार्य रूप से लागू किया है। पहली प्रणाली छात्रों पर नजर रखेगी और ऐप की मदद से छात्रों और अभिभावकों के बीच बातचीत को बढ़ावा दिया जाएगा। संस्थान ने छात्रों के लिए एक विशेष काउंसलिंग कार्यक्रम की शुरुआत की है। तनाव से जूझ रहे छात्रों को पेशेवर परामर्श सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। टेलीमानस के माध्यम से छात्रों के तनाव को दूर किया जाएगा।
IIT दिल्ली ने हटाया परीक्षाओं का एक सेट
IIT दिल्ली ने अपनी मूल्यांकन प्रणाली में सुधार किया है। संस्थान ने छात्रों के तनाव को कम करने के लिए मध्य सेमेस्टर परीक्षाओं का एक सेट हटा दिया है। संस्थान के निदेशक ने हाल ही में इसकी घोषणा की। विशेषज्ञों का मानना था कि परीक्षा कैलेंडर बहुत व्यस्त था। इससे छात्रों पर अधिक बोझ और तनाव था। छात्रों और शिक्षकों के सुझाव के बाद एक सेट को हटाने का निर्णय लिया गया। ये इसी सत्र से लागू होगा।
IIT गुवाहाटी ने शुरू किया समग्र कल्याण केंद्र
IIT गुवाहाटी छात्रों की देखभाल के लिए एक समग्र कल्याण केंद्र चलाता है। ये छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल का काम करता है। इसमें सभी नए छात्रों को अनिवार्य रूप से परामर्श दिया जाता है और छात्रों को मानसिक सहायता उपलब्ध की जाती है। छात्रों की पहचान उजागर किए बिना प्रश्न और परामर्शदाताओं की प्रतिक्रियाओं की एक ई-पत्रिका भी प्रकाशित की जाती है। संस्थान में मेंटर के रूप में छात्र वॉलेंटियर को नियुक्त किया जाता है।
IIT हैदराबाद चलाता है सनशाइन पहल
IIT हैदराबाद एक सनशाइन पहल चला रहा है। ये एक मित्र कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में विभाग छात्रों के समूह में से कुछ छात्रों को वॉलेंटियर बनाता है। ये वॉलेंटियर अपने बैच और विभाग के छात्रों के मित्र बनकर उनकी समस्याएं सुनते हैं। इस कार्यक्रम के तहत संस्थान एक मेंटर प्रोग्राम भी प्रदान करता है, इसमें सभी विभागों के छात्रों को मेंटरशिप प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य सभी विभागों से छात्र सलाहकारों को शामिल करना है।
IIT बॉम्बे आयोजित करता है विशेष सत्र
IIT बॉम्बे ने जाति, लिंग के आधार पर भेदभाव को कम करने के लिए कदम उठाए हैं। छात्रों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था शुरू की है। संस्थान छात्र उत्पीडन को रोकने और मानसिक स्वास्थ्य पहलुओं पर काम करने के लिए विशेष सत्र आयोजित करता है।