रिसर्च स्कॉलरों को मिलने वाले स्टाइपेन में हुई 24 प्रतिशत की वृद्धि, विद्यार्थी नाखुश
कई महीनों से रिसर्च स्कॉलरों के प्रति माह स्टाइपेन में वृद्धि को लेकर विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अब केंद्र सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी विभाग (DST) ने रिसर्च स्कॉलरों को मिलने वाले प्रति माह स्टाइपेन में वृद्धि करने का फैसला किया है। विद्यार्थियों की मांग थी कि राशि में 80 प्रतिशत की वृद्धि की जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। विद्यार्थियों ने इस फैसले पर नाराजगी जाताई है और दोबारा से भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
स्टाइपेन में हुई 24% की वृद्धि
केंद्र सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी विभाग ने रिसर्च स्कॉलरों के प्रति माह स्टाइपेन में 24% की वृद्धि करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि देशभर के केंद्रीय संस्थानों में रिसर्च कर रहे विद्यार्थियों को इस फैसले से सीधा लाभ मिलने वाला है। IIT, IISC और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दफ्तर के सामने 16 जनवरी, 2019 को फेलोशिप की राशि में वृद्धि को लेकर प्रदर्शन किया था।
JRF करने वालों को मिलेंगे Rs. 31,000
विज्ञान और तकनीकी विभाग के नए नोटिफिकेशन के अनुसार अब जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) करने वालों को दी जा रही राशि बढ़कर Rs. 31,000 प्रति माह हो जाएगी। वहीं सीनियर रिसर्च फेलोशिप (SRF) के लिए राशि को बढ़ाकर Rs. 35,000 प्रति माह कर दिया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह राशि 1 जनवरी, 2019 से मान्य होगी। इसका मतलब है कि जो फरवरी में राशि आएगी उसमें जनवरी का एरियर (बकाया) भी जुड़कर आएगा।
किन विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
इससे पहले 2014 में फेलोशिप की राशि बढ़ाई गई थी। हालांकि विद्यार्थियों ने राशि को Rs. 50,000 और Rs. 56,000 करने की मांग की थी। DST के अनुसार राशि में वृद्धि का लाभ सिर्फ केंद्रीय संस्थानों या केंद्रीय एजेंसियों के विद्यार्थियों को ही मिलेगा।
पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए मिलेंगे Rs. 47,000
रिसर्च फेलोशिप के अलावा पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप (PDF) को भी बढ़ाकर तीन श्रेणियों में बांटा गया है। बढ़ाकर राशि अब Rs. 47,000, Rs. 49,000 और Rs. 54,000 प्रति माह कर दी गई है। दिए गए आदेश के अनुसार, शोधार्थी को संस्थान के हॉस्टल में ही कमरा दिया जाएगा। अगर हॉस्टल में कमरा उपलब्ध नहीं होता है तो उन्हें HRA प्रदान किया जाएगा। देशभर के केंद्रीय संस्थानों के विद्यार्थियों ने विभाग द्वारा की गई इस वृद्धि को चिल्लर बताया है।
फेलोशिप की संख्या हो सकती है सीमित
नोटिफिकेशन के अनुसार पहले की तरह ही रिसर्च स्कॉलरों को DA, HRA, रिटायरमेंट लाभ या किसी अन्य भत्ते का लाभ नहीं दिया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि बजटीय बाध्यता के कारण मंत्रालय या विज्ञान एवं तकनीकी विभाग फेलोशिप की संख्या को सीमित करने पर विचार कर रहा है। नोटिफिकेशन के अनुसार जो JRF का लाभ ले रहे हैं उन्हें संस्थान के बाहरी मूल्यांकन द्वारा दो साल के बाद SRF में प्रोन्नत किया जा सकता है।