तमिलनाडु: MBBS छात्रों ने हिप्पोक्रेटिक शपथ के बदले ली महर्षि चरक शपथ, डीन का हुआ तबादला
क्या है खबर?
तमिलनाडु में एक मेडिकल कॉलेज के छात्रों का शपथ विवादों में घिर गया है।
राजकीय मदुरै मेडिकल कॉलेज के MBBS प्रथम वर्ष के छात्रों ने शनिवार को दीक्षा समारोह के दौरान हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह 'महर्षि चरक शपथ' ले ली।
यह जानकारी मिलते ही स्टालिन सरकार ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन का तबादला कर दिया और उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया।
सिफारिश
NMC हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह 'महर्षि चरक शपथ' की कर चुका है सिफारिश
यह पहली बार है जब देश में मेडिकल छात्रों ने हिप्पोक्रेटिक ओथ की जगह महर्षि चरक शपथ ली हो।
बता दें कि मेडिकल एजुकेशन रेगुलेटर नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने सिफारिश की थी कि देश में MBBS के नए पाठ्यक्रमों में हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह 'महर्षि चरक शपथ' को शामिल करना चाहिए।
नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि मेडिकल की पढ़ाई के लिए आने वाले नए छात्रों के लिए संशोधित 'महर्षि चरक शपथ' की सिफारिश की जाती है।
योग
10 दिन के योग 'फाउंडेशन कोर्स' की भी सिफारिश कर चुका है NMC
गौरतलब है कि नए दिशानिर्देश 10 दिन के योग 'फाउंडेशन कोर्स' की भी सिफारिश करते हैं, जो हर साल 12 जून से शुरू होता है और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर समाप्त होता है।
फाउंडेशन कोर्स के दौरान योग प्रशिक्षण शुरू करने की सिफारिश की गई है। फाउंडेशन कोर्स में ओरिएंटेशन सत्र के दौरान रोजाना एक घंटे सुबह योग प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू करने की सिफारिश की गई है।
जानकारी
वैकल्पिक होगी महर्षि चरक शपथ- मनसुख मंडाविया
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में संसद में कहा था कि महर्षि चरक शपथ वैकल्पिक होगी और मेडिकल छात्रों पर जबरदस्ती नहीं थोपी जाएगी।
शपथ
मेडिकल कॉलेज के डीन ने बताई शपथ में गड़बड़ी की वजह
जिस डीन का तमिलनाडु सरकार ने तबादला किया है, उनका नाम डॉ रथिनवेल है और फिलहाल उन्हें विभागीय जांच का इंतजार है।
उन्होंने दावा किया कि शपथ तैयार करने वाले छात्र मंत्रिमंडल के सचिव ने हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाय गलती से महर्षि चरक शरथ को डाउनलोड कर लिया था।
इस कार्यक्रम में मौजूद तमिलनाडु के वित्त मंत्री पीटीआर पलानीवेल थियागा राजन ने दावा किया कि जब छात्रों ने चरक शपथ का पाठ किया तो वह चौंक गए।
न्यूजबाइट्स प्लस
हिप्पोक्रेटिक और महर्षि चरक शपथ में अंतर क्या है?
देश में अब तक जो शपथ की पद्धति रही है वो हिप्पोक्रेटिक यानि ग्रीक दार्शनिक और चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स के नाम पर ली जाती रही है। उन्हें फादर ऑफ मेडिसिन भी कहा जाता है। इस शपथ को व्हाइट कोट सेरेमनी के दौरान लिया जाता है।
वहीं, चरक संहिता भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्वति के सर्वोच्च ग्रंथ आयुर्वेद का एक पाठ है। महर्षि चरक भारतीय थे और आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं। उन्होंने ही यह शपथ लिखी थी।