बोर्ड परीक्षा की तैयारी में इन गलतियों को करने से बचें, हो सकते हैं फेल
बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाना सभी विद्यार्थियों का सपना होता है। इसके लिए वे दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन कई बार तैयारी के दौरान विद्यार्थी ऐसी गलतियां कर लेते हैं, जिनका असर परिणामों पर पड़ता है। अगर परीक्षा में अच्छे नंबर लाने हैं तो तय रणनीति से पढ़ाई करने के साथ ही गलतियों को सुधारना भी जरूरी है। आइए परीक्षा तैयारी के दौरान की जाने वाली कुछ आम गलतियों के बारे में जानते हैं।
पाठ्यक्रम पर ध्यान न देना
CBSE हो या राज्य बोर्ड, सभी बोर्ड कई बार अपने पाठ्यक्रम में कुछ न कुछ बदलाव करते हैं। कई विद्यार्थी पाठ्यक्रम में हुए बदलावों पर ध्यान नहीं देते और ये गलती उन पर भारी पड़ती है। ऐसे में पढ़ाई से पहले अपनी कक्षा का नया पाठ्यक्रम अवश्य जान लें। पाठ्यक्रम के कौनसे भाग से कैसे सवाल आ सकते हैं, इसके लिए सैंपल पेपर्स से अभ्यास करें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों को भी हल करके देखें।
अलग-अलग प्रकाशन की किताबों से पढ़ना
बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए अक्सर कई विद्यार्थी अलग-अलग प्रकाशन की किताबों से पढ़ते हैं। कुछ परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा के अंतिम दिनों पर ही ऐसी गलती कर बैठते हैं और भ्रमित हो जाते हैं। बाजार में एक ही विषय की कई पुस्तकें मिलती है, लेकिन अलग-अलग लेखकों की पुस्तक पढ़ने से केवल आपका समय बर्बाद होगा। ऐसे में प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए अपनी पाठ्यपुस्तक और NCERT किताबों का ही इस्तेमाल करें।
अंक योजना समझकर तैयारी न करना
कई छात्र परीक्षा की अंक योजना समझे बिना ही तैयारी शुरू कर देते हैं। आप इस गलती से बचें। अंक योजना समझकर पढ़ाई करने से सफलता की संभावना बढ़ती है। अंक योजना समझने के बाद आपको पता चलता है कि किस भाग से किस तरह के प्रश्न कितने नंबर में पूछे जाएंगे। इसी के अनुरूप आपको परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। प्रत्येक भाग को अंकों के वेटेज के हिसाब से बांट लें और महत्वपूर्ण भागों पर ज्यादा ध्यान दें।
सेहत पर ध्यान न देना
बोर्ड परीक्षा सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा है, इसमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी के दौरान तनाव ले लेते हैं। परीक्षार्थी अपनी सेहत पर अच्छे से ध्यान नहीं दे पाते। इससे परीक्षा की तैयारी पर नकारात्मक असर पड़ता है। मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के साथ नींद पूरी न होने से पढ़ी गई चीजों को लेकर उलझन बढ़ने लगती है। ऐसे में शैक्षणिक दबाव से दूर रहें। अपने आपको तनाव मुक्त रखें और ध्यान करें।
पढ़ाई में निरंतर न होना
कई बार छात्र परीक्षा की तैयारी तो शुरू करते है, लेकिन उसे निरंतर नहीं कर पाते। इससे समय पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं होता और जानकारियां याद नहीं रहती। ऐसे में स्कूल के शुरुआती समय से ही अपनी पढ़ाई निरंतर जारी रखें।