पेपर लीक: रद्द हुआ BPSC प्रारंभिक परीक्षा का पेपर, आर्थिक अपराध इकाई ने शुरू की जांच
क्या है खबर?
रविवार को आयोजित की गई बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया है।
इस मामले की जांच करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया था। समिति ने तीन घंटे के अंदर आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी, जिसके बाद आयोग ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया।
आयोग अब जल्द ही प्रारंभिक परीक्षा की नई तारीख की घोषणा करेगा।
जांच
आर्थिक अपराध इकाई की 12 सदस्यीय टीम ने शुरू की जांच
पेपर लीक की जांच आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुरू कर दी है।
इस मामले को लेकर महाजन ने बिहार के डीजीपी एसके सिंघल से जांच करने अनुरोध किया था, जिसके बाद उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई की एक बैठक बुलाई और पूरे मामले में जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में आर्थिक अपराध इकाई के अपर पुलिस महानिदेशक नैयर हसनैन खां भी मौजूद थे। उन्होंने इस मामले में जांच के लिए 12 सदस्य टीम का गठन किया है।
शामिल
BPSC की परीक्षा में लगभग 5 लाख परीक्षार्थी हुए थे शामिल
BPSC के सचिव जीत सिंह ने कहा, "हमें परीक्षा शुरू होने के समय प्रश्न पत्र लीक होने की शिकायतें मिली थीं। हमने स्क्रीनशॉट की तुलना प्रश्न पत्रों के सेट C से की। स्क्रीनशॉट कथित तौर पर परीक्षा शुरू होने से लगभग छह मिनट पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। इन आरोपों पर जांच समिति गौर करेगी।"
इस परीक्षा में लगभग पांच लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे और बिहार के 38 जिलों में 1,083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
पृष्ठभूमि
सोशल मीडिया पर लीक हुआ था पेपर
BPSC प्रारंभिक परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर इसका पेपर लीक हो गया था।
परीक्षा समाप्त होने के बाद जब सोशल मीडिया पर वायरल पेपर का मिलान मूल पेपर से किया गया तो दोनों पेपर एक निकले।
आरा के वीर कुंवर सिंह कालेज परीक्षा केंद्र पर सैकड़ों परीक्षार्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र पर कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ अंदर जाने की इजाजत दी गई।
भर्ती
BPSC 802 पदों पर करेगा भर्ती
बता दें कि आयोग की तरफ से आयोजित इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से 16 विभागों में कुल 802 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी।
आयोग ने 24 सिंतबर, 2021 को 67वीं BPSC के लिए आवेदन मांगे जाने का विज्ञापन जारी किया था। इस दौरान आयोग की तरफ से 555 सीटों के लिए आवेदन मांगे गए थे, लेकिन बीच में कई बार सीटें बढ़ीं और अब आयोग 802 पदों पर भर्ती करेगा।