उत्तर प्रदेश: 12वीं के गणित और जीव विज्ञान का पेपर लीक; 2 गिरफ्तार, समिति करेगी जांच
उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के मामने थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद अब कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा का गणित और जीव विज्ञान का पेपर भी लीक हो गया है। पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन भी किया गया है।
मुख्य आरोपी अभी भी फरार
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह को गिरफ्तार किया है। वहीं, अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली के कंप्यूटर ऑपरेटर और मुख्य आरोपी विनय चौधरी फरार बताया जा रहा है। विनय के मोबाइल से ही दोनों पेपर व्हाट्सऐप पर शेयर किए गए थे। हालांकि, बाद में विनय ने मैसेज डिलीट कर दिया था। मामला सामने आने के बाद विनय के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई थी।
क्या है मामला?
29 फरवरी को दोपहर 2:00 बजे से 12वीं कक्षा के गणित और जीव विज्ञान विषय का पेपर होना था। करीब 3:10 बजे विनय के मोबाइल नंबर से 'ऑल प्रिंसिपल आगरा ग्रुप' नामक एक व्हाट्सऐप ग्रुप पर इन दोनों पेपरों के फोटो डाले गए थे। ये पेपर धड़ल्ले से शेयर होने लगे, जिसके 5 मिनट बाद ही विनय ने इन्हें डिलीट कर दिया था और ग्रुप भी छोड़ दिया। घटना के बाद से ही विनय का मोबाइल बंद आ रहा है।
बोर्ड बोला- परिक्षाओं में नहीं हुई असुविधा
उत्तर प्रदेश बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने कहा, "दोनों प्रश्न पत्र परीक्षा प्रारंभ होने के सवा घंटे बाद प्रसारित हुए थे। परीक्षार्थी सवा घंटे की परीक्षा दे चुके थे। प्रश्न पत्र प्रसारित किया गया, उसकी हल उत्तर पुस्तिका केंद्रों पर नहीं पहुंचीं। इसलिए इससे किसी परीक्षार्थी को कोई लाभ नहीं हुआ है। यदि परीक्षा प्रारंभ होने के पहले प्रसारित होता, तो प्रश्नपत्र लीक माना जाता।" बोर्ड का कहना है कि घटना से परीक्षाओं में कोई असुविधा नहीं हुई है।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
पेपर लीक होने पर समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'बच्चों के माता-पिता निराश होकर भाजपा सरकार से पूछ रहे हैं कि इस बात की गारंटी कौन लेगा कि दुबारा परीक्षा होने पर फिर से पेपर आउट नहीं होगा। भाजपा परिवारवालों की विरोधी है। परिवारवाले किस तरह त्याग करके अपने बच्चों को पढ़ाते हैं और किस प्रकार पेपर लीक से बच्चों में मनो-मानसिक हताशा होती है, उसका दर्द परिवार विरोधी भाजपा कभी नहीं जान सकती है।'
पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर भी हुआ था लीक
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,244 पदों के लिए हुई पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 का पेपर भी लीक हो गया था। तब हजारों अभ्यर्थियों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था और मामले पर खूब राजनीति भी हुई थी। विवाद बढ़ता देख सरकार ने परीक्षा को रद्द करने का ऐलान किया था। अब ये परीक्षा 6 महीने के भीतर दोबारा कराई जाएगी। इस पेपर लीक मामले की भी जांच चल रही है।