उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, पेपर लीक विवाद के बीच सरकार का फैसला
उत्तर प्रदेश की सरकार ने विवादों के बीच पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 को रद्द कर दिया है। यह परीक्षा पेपर लीक के चलते काफी सुर्खियों में थी। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 6 महीने के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा दोबारा आयोजित करवाई जाएगी। सरकार ने भर्ती बोर्ड को लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करने और सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
6 महीने के भीतर दोबारा होगी परीक्षा
उत्तर प्रदेश के गृह विभाग की ओर से बताया गया कि पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में तथ्यों की जांच परख के बाद पारदर्शिता के उच्च मापदंडों को ध्यान रखते हुए भर्ती को निरस्त करने का फैसला लिया गया है। शासन ने मामले की जांच STF से कराने और दोषी पाए जाने व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। 6 महीने के भीतर परीक्षा को दोबारा करवाया जाएगा।
क्या बोले मुख्यमंत्री?
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा, 'उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 6 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।'
परीक्षा को लेकर क्या है विवाद?
17 फरवरी को पहले पेपर के बाद ही ट्विटर पर एक शख्स ने दावा किया कि एक छात्र के पास सुबह 8:17 मिनट पर पेपर आ गया था, जिसमें 150 में से 117 प्रश्न उत्तर सहित हाथ से लिखे थे। इसके बाद लगातार कई युवाओं ने इस तरह की शिकायत कीं, लेकिन सरकार ने पेपर लीक से इनकार किया। भर्ती बोर्ड को आधिकारिक तौर पर 1,495 शिकायतें मिली थीं। विवाद बढ़ता देख जांच शुरू की गई।
परीक्षा को लेकर विपक्ष के निशाने पर थी सरकार
पेपर लीक को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार को निशाने पर ले रखा था। राहुल गांधी ने प्रदर्शन कर रहे युवाओं से मुलाकात भी की थी। प्रियंका गांधी ने भी प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने पूछा था कि क्या चांद और मंगल पर जाने वाला देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता? प्रियंका ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराने की मांग की थी।
60,000 पदों के लिए 48 लाख युवाओं ने दी थी परीक्षा
पुुलिस भर्ती के लिए 17 और 18 फरवरी को उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 2 पालियों में परीक्षा हुई थी। 60,244 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में 48 लाख से भी ज्यादा अभ्यार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें करीब 16 लाख महिलाएं भी थीं। परीक्षा के लिए 2,385 केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन पहले ही दिन से पेपर लीक की चर्चाएं होने लगीं।