
जोमैटो संस्थापक दीपिंदर गोयल बनाना चाहते हैं भारत का पहला स्वदेशी जेट इंजन, क्या है योजना?
क्या है खबर?
जोमैटो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दीपिंदर गोयल पूरी तरह से भारत में बना एक नया जेट इंजन बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी नई कंपनी LAT एयरोस्पेस में शामिल होने के लिए इंजीनियर्स को आमंत्रित किया है। गोयल ने यह प्रयास बेंगलुरु में शुरू किया है, ताकि भारत में पहली बार हल्के और कुशल गैस टरबाइन इंजन को पूरी तरह से यहां डिजाइन और विकसित किया जा सके।
योजना
कम लागत वाले विमान और गैस टरबाइन इंजन पर फोकस
गोयल और पूर्व जोमैटो COO सुरोभी दास ने मिलकर LAT एयरोस्पेस की शुरुआत की है। यह कंपनी 24 सीटों तक की क्षमता वाले शॉर्ट टेकऑफ और लैंडिंग (STOL) विमान पर काम कर रही है। इन विमानों में इस्तेमाल होने वाले गैस टरबाइन इंजन को भारत में ही बनाया जाएगा। गोयल का कहना है कि उनका मकसद हल्के और उड़ान के लिए तैयार इंजन को बिल्कुल शुरू से तैयार करना है।
रिसर्च सेंटर
बैंगलोर में बनेगा खास रिसर्च सेंटर
जोमैटो प्रमुख ने बताया कि इस मिशन के लिए बैंगलोर में एक खास प्रोपल्सन रिसर्च सेंटर बनाया जाएगा। इसमें दहन, टर्बोमशीनरी, तापीय प्रणालियों और सामग्रियों पर भी अलग-अलग विशेष प्रयोगशालाएं होंगी। इंजीनियरों को खुद डिजाइन, टेस्टिंग और आपूर्तिकर्ताओं के साथ काम करने का पूरा मौका मिलेगा। खास बात यह है कि पूरी टीम इंजीनियरों के नेतृत्व में काम करेगी और उन्हें किसी भी व्यावसायिक मंजूरी की प्रतीक्षा नहीं करनी होगी।
निवेश
गोयल ने किया इतना निजी निवेश
गोयल ने LAT एयरोस्पेस में 2 करोड़ डॉलर (लगभग 180 करोड़ रुपये) का निवेश किया है और वे कंपनी के गैर-कार्यकारी सह-संस्थापक हैं। कंपनी का संचालन सुरोभी देख रही हैं। गोयल ने एक्स पर बताया कि भारत पहले भी गैस टरबाइन इंजन बनाने की कोशिश कर चुका है और अब वह इसे हकीकत में बदलना चाहते हैं। स्टार्टअप ऐसे इंजीनियरों की तलाश में है, जिन्हें टर्बाइन, रोटर और नियंत्रण प्रणालियों में काम करने का अनुभव हो।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें पोस्ट
India has tried building gas turbine engines before. And we’ve come close.
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) July 31, 2025
At LAT, we want to get past the finish line. So we’re putting together a propulsion research team in Bangalore, focused solely on building gas turbine engines from scratch. Lightweight. Efficient.… pic.twitter.com/zrXFUxeGEh