जेप्टो के सह-संस्थापक कैवल्य वोहरा ने छोड़ दी थी अपनी पढ़ाई, जानिए इनकी संपत्ति
ई-किराना कंपनी जेप्टो के सह-संस्थापक कैवल्य वोहरा सबसे कम उम्र के अमीर भारतीयों की सूची में गिने जाते हैं। उनका जन्म 15 मार्च, 2003 को कर्नाटक के बेंगलुरू में हुआ था। अपनी स्कूली शिक्षा उन्होंने बेंगलुरू से पूरी की और वह 3 भाषाएं (हिंदी, अंग्रेजी और फ्रेंच) जानते हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग प्रोग्राम के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया था, लेकिन अपने दोस्त आदित पालीचा के साथ जेप्टो को लॉन्च करने के लिए उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।
जेप्टो की स्थापना
कैवल्य और आदित जब स्टैनफोर्ड में दाखिला ले रहे थे तब वे दुबई में रह रहे थे, लेकिन दोनों ने ऑनलाइन ओरिएंटेशन में भाग लेने के बाद मुंबई लौटने का फैसला किया। दोनों ने मिलकर शुरुआत में ऑनलाइन किराना डिलीवरी स्टार्ट-अप किरणकार्ट की सह-स्थापना की और फिर 2021 में जेप्टो की स्थापना की, जो किरणकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा है। कैवल्य को ई-कॉमर्स श्रेणी में फोर्ब्स पत्रिका की प्रभावशाली '30 अंडर 30' (एशिया सूची) में शामिल किया गया है।
कैवल्य वोहरा की संपत्ति
वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 में जेप्टो के सह-संस्थापक कैवल्य वोहरा सबसे कम उम्र के सबसे अमीर भारतीय थे। वे सिर्फ 19 वर्ष के थे, जब वह अरबपति बन गए और उन्हें भारत का सबसे कम उम्र का अरबपति माना जाता है। कैवल्य आज जेप्टो के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) हैं, जबकि आदित कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कैवल्य की अनुमानित संपत्ति 1,200 करोड़ रुपये से अधिक है।