
क्रेडिट कार्ड के इन छिपे हुए शुल्कों से आपको रहना चाहिए सतर्क
क्या है खबर?
क्रेडिट कार्ड आज के समय में खरीदारी और भुगतान का आसान तरीका बन गए हैं। हालांकि, इनके साथ कई तरह के छिपे हुए शुल्क भी जुड़े होते हैं, जिनकी जानकारी लोगों को अक्सर नहीं होती। कुछ कार्ड 'लाइफटाइम फ्री' कहते हैं, लेकिन बाद में वार्षिक या नवीनीकरण शुल्क वसूलते हैं। ऐसे में किसी भी कार्ड को लेने से पहले उसकी शर्तें और शुल्क ध्यान से पढ़ना जरूरी है, ताकि बाद में कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े।
#1
वार्षिक, विलंब और ब्याज शुल्क
कई कार्ड पहले साल मुफ्त रहते हैं, लेकिन बाद में हर साल रिन्यू शुल्क लेते हैं। बिल समय पर न चुकाने पर विलंब शुल्क लगता है, जिससे खर्च बढ़ता जाता है। अगर आप पूरा बकाया नहीं चुकाते, तो बाकी रकम पर सालाना 30 से 45 प्रतिशत तक ब्याज लग सकता है। यह ब्याज नई खरीद पर भी लागू होता है, जिससे धीरे-धीरे कर्ज बढ़ने लगता है और भुगतान कठिन हो जाता है।
#2
नकद निकासी और विदेशी मुद्रा शुल्क
क्रेडिट कार्ड से नकद निकालना महंगा सौदा होता है, क्योंकि इस पर तुरंत ब्याज लगना शुरू हो जाता है। इसके अलावा 2 से 3 प्रतिशत तक का लेनदेन शुल्क भी देना पड़ता है। विदेशी खरीदारी या यात्रा के दौरान किए गए भुगतान पर 2 से 3.5 प्रतिशत तक का रूपांतरण शुल्क लिया जाता है। अगर इसे समय पर न चुकाया जाए, तो छोटी रकम भी बड़ी देनदारी में बदल सकती है।
#3
सीमा पार और अन्य छोटे शुल्क
अगर आप अपने कार्ड की खर्च सीमा से ज्यादा खर्च करते हैं, तो ओवर-लिमिट शुल्क लगाया जाता है। कार्ड या पिन दोबारा जारी कराने पर भी अतिरिक्त प्रशासनिक शुल्क लगता है। ये रकम छोटी होती है लेकिन बार-बार लगने पर कुल खर्च बढ़ जाता है। ऐसे में हमेशा क्रेडिट कार्ड की सभी शर्तें ध्यान से पढ़ें, ताकि आप समझदारी से उसका उपयोग करें और अनजाने में अतिरिक्त पैसे न चुकाएं।