
वित्त वर्ष 2026 में भारत 6.5 प्रतिशत की दर से करेगा विकास, विश्व बैंक का अनुमान
क्या है खबर?
विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत के विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले जून में 6.3 फीसदी विकास दर का अनुमान लगाया था। इस वृद्धि के लिए लचीली घरेलू मांग, मजबूत ग्रामीण सुधार और टैक्स में बदलाव के सकारात्मक प्रभाव का हवाला दिया गया है। इसके साथ ही निर्यात पर डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के प्रभाव के कारण 2027 के विकास पर असर पड़ने की आशंका व्यक्त की गई है।
कारण
विकास दर में वृद्धि का बताया यह कारण
विश्व बैंक ने अपने दक्षिण एशिया विकास अपडेट में कहा, "उपभोग वृद्धि में निरन्तर मजबूती के कारण भारत के विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बने रहने की उम्मीद है।" रिपोर्ट में आगे कहा, "घरेलू परिस्थितियां खासकर कृषि उत्पादन और ग्रामीण मजदूरी में वृद्धि उम्मीद से बेहतर रही हैं। सरकार की ओर से वस्तु एवं सेवा कर (GST) में किए गए सुधारों और अनुपालन को सरल बनाने से गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।"
प्रदर्शन
पहली छमाही में शानदार रहा है प्रदर्शन
यह अपडेट वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में अपेक्षा से अधिक मजबूत प्रदर्शन के बाद किया गया है। इसमें वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि 7.8 प्रतिशत थी, जो 5 तिमाहियों में सबसे तेज थी। विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2027 में विकास दर के पूर्वानुमान को 6.5 से घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है और चेतावनी दी है कि उच्च अमेरिकी टैरिफ भारत के निर्यात पर भारी पड़ सकते हैं।