
क्यों रखना चाहिए बैंक खाते में औसत न्यूनतम मासिक बैलेंस? जानिए इसके फायदे
क्या है खबर?
कई बैंकों में खाता खुलवाने के लिए औसत न्यूनतम मासिक बैलेंस रखना अनिवार्य होता है। यह वो औसत राशि है, जिसे आपको हर महीने अपने बचत या चालू खाते में बनाए रखना होता है। इसकी गणना पूरे महीने में आपके हर रोज के आखिर बैलेंस राशि के औसत के आधार पर की जाती है। यह बैलेंस नहीं होने पर आपको बैंक को चार्ज देना पड़ सकता है। इसलिए, इसे बनाए रखना जरूरी है। आइये जानते हैं इसके क्या फायदे हैं।
वित्तीय अनुशासन
न्यूनतम मासिक बैलेंस रखने के फायदे
वित्तीय अनुशासन: बैंक खाते में हर महीने एक न्यूनतम औसत बैलेंस बनाए रखने की प्रवृत्ति आपको गैर-जरूरी निकासी या खरीदारी करने से रोकती है। इससे बचत के लिए दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलता है। ऐसा करने से आपमें एक वित्तीय अनुशासन में रहकर चलने की आदत विकसित होती है। क्रेडिट स्कोर पर असर: जब आपके खाते में पर्याप्त रहती है तो आप लोन चुकाने के लिए बेहतर तरह से तैयार रहते हैं, जो आपके क्रेडिट स्कोर में सुधार करता है।
ब्याज
ज्यादा बैलेंस पर मिलेगा अच्छा ब्याज
बचत खाते में जितना ज्यादा बैलेंस होगा, उस पर उतना ज्यादा ब्याज मिलता है। इससे आपको डेबिट और क्रेडिट कार्ड, रिवॉर्ड पॉइंट जैसे कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। औसत न्यूनतम मासिक बैलेंस की शर्त अलग-अलग बैंकों और क्षेत्र की श्रेणी के ऊपर निर्भर करता है। निजी बैंक की शर्त सरकारी के मुकाबले ज्यादा सख्त रहती है। ऐसे में जुर्माने से बचने के लिए बल्कि इससे होने वाले फायदों को देखते हुए न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है।