
ट्रंप के टैरिफ से सूरत के हीरा बाजार पर क्यों मंडरा रहा है खतरा?
क्या है खबर?
अमेरिकी सरकार ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए इस टैरिफ से भारत के विभिन्न क्षेत्रों पर असर पड़ रहा है, जिसमें से सूरत का हीरा बाजार भी एक है। लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ के कारण निर्यात मांग 20 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। चीन की कमजोर मांग और अमेरिका के कदम से इस उद्योग का भविष्य अनिश्चित दिख रहा है।
असर
कारोबार और निवेश पर असर
दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्प्लेक्स सूरत डायमंड बोर्स इस समय सुना-सुना है। यहां 4,700 से ज्यादा ऑफिस बिक चुके हैं, लेकिन 250 से भी कम उपयोग में आ रहे हैं। कई कंपनियां बोत्सवाना जैसे देशों में काम शिफ्ट करने पर विचार कर रही हैं, क्योंकि वहां टैरिफ 15 प्रतिशत कम है। इससे छोटे निर्यातकों के पास विकल्प बेहद सीमित हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस टैरिफ से कंपनियों की आय में 20-25 प्रतिशत तक कम हो सकती है।
खतरा
रोजगार पर मंडराया खतरा
सूरत का हीरा उद्योग लाखों कारीगरों को रोजगार देता है, लेकिन मौजूदा हालात में नौकरियों पर संकट गहरा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर टैरिफ जल्द कम नहीं हुआ तो 1.5 से 2 लाख मजदूर बेरोजगार हो सकते हैं। कई यूनिट्स ने पहले ही काम के घंटे घटा दिए हैं और कर्मचारियों की संख्या कम करनी शुरू कर दी है। मजदूरों का कहना है कि इस बार क्रिसमस सीजन में उन्हें पर्याप्त काम मिलने की उम्मीद बेहद कम है।
उम्मीद
घरेलू बाजार से उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग कमजोर पड़ने के बावजूद भारत का घरेलू बाजार हीरा उद्योग को थोड़ी राहत दे रहा है। चीन को पीछे छोड़ भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हीरा उपभोक्ता बन चुका है। कारोबारी मानते हैं कि अमेरिकी ऑर्डर में आई गिरावट की आंशिक भरपाई भारतीय ग्राहकों की मांग से हो रही है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय में उद्योग को नए निर्यात बाजार ढूंढने और सरकारी सहयोग की सख्त जरूरत होगी।