
बोइंग के 3,200 कर्मचारी अमेरिका में क्यों कर रहे हैं हड़ताल पर जाने की तैयारी?
क्या है खबर?
बोइंग कंपनी के सेंट लुइस स्थित रक्षा कारखानों में लगभग 3,200 कर्मचारी आज (4 अगस्त) से हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। यूनियन ने कंपनी के नए अनुबंध प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है, जिसमें वेतन बढ़ाने और सेवानिवृत्ति योजनाओं में बदलाव की पेशकश की गई थी। अगर समझौता नहीं हुआ तो ये कर्मचारी आधी रात के बाद काम छोड़ देंगे। अमेरिका में यह फाइटर जेट बनाने वाले कर्मचारियों की 3 दशक में पहली बड़ी हड़ताल हो सकती है।
मांग
क्या है कर्मचारियों की मांग?
यूनियन प्रमुख टॉम बोलिंग ने कहा कि कर्मचारी एक ऐसे अनुबंध के हकदार हैं, जो उनके कौशल और देश की सुरक्षा में उनकी भूमिका को सम्मान दे। यूनियन ने बोइंग के संशोधित प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि यह पर्याप्त नहीं है। वेतन में 20 प्रतिशत की वृद्धि और रिटायरमेंट योगदान में सुधार जैसे कदम भी उनकी मूल मांगों को पूरा नहीं करते। कर्मचारियों को उम्मीद है कि उन्हें बेहतर सुविधाएं और स्थायित्व मिलेगा।
वादा
कंपनी ने क्या वादा किया है?
बोइंग ने कहा कि उसने यूनियन की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए सबसे बड़ा प्रस्ताव पेश किया है। कंपनी ने औसत वेतन 75,000 डॉलर से बढ़ाकर 10.02 लाख डॉलर (लगभग 89 लाख रुपये) करने, 401(k) योजना को बेहतर बनाने और विवादित शेड्यूल को हटाने का वादा किया है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर रविवार रात तक समझौता नहीं हुआ, तो 5,000 डॉलर का साइनिंग बोनस हटा लिया जाएगा, जिसे दोबारा नहीं दिया जाएगा।
अन्य
एयरोस्पेस सेक्टर में बढ़ती हलचल
अमेरिका में हाल के महीनों में एयरोस्पेस सेक्टर में यूनियनों की सक्रियता बढ़ी है। खासकर फाइटर जेट, मिसाइलें और ट्रेनिंग जेट जैसे रक्षा उत्पाद बनाने वाले कुशल कर्मचारी बेहतर वेतन और शर्तों की मांग कर रहे हैं। इससे पहले प्रैट एंड व्हिटनी में हड़ताल से एयरबस को इंजन की कमी झेलनी पड़ी थी। बोइंग अधिकारियों ने भले ही इस हड़ताल के असर को कम बताया हो, लेकिन इसका असर रक्षा और वाणिज्यिक प्रोडक्शन दोनों पर पड़ सकता है।