SIP, SWP और STP में क्या है अंतर? जानिए इनके फायदे
क्या है खबर?
म्यूचुअल फंड में मिलने वाले आकर्षक रिटर्न के चलते हर कोई इसमें निवेश करना चाहता है। हर महीने कुछ रकम निवेश करके भविष्य में एकमुश्त धनराशि पाने वाले पहले से ही सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के कॉन्सेप्ट से परिचित होते हैं। इसके अलावा और भी कुछ सिस्टेमैटिक तरीके SWP और STP हैं, जो इसी उद्देश्य को पूरा करते हैं, लेकिन कई लोग इनको लेकर भ्रम में रहते हैं। आइये जानते हैं SIP, SWP और STP में क्या अंतर है।
#1
SIP
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के नाम से समझ आ रहा है कि एक निश्चित समय के लिए निश्चित निवेश के साथ पैसा लगाना है। आपको SIP में कई तरह के फायदे मिल जाते हैं, जो आपको किसी और निवेश तरीके में नहीं मिलेंगे। इसके जरिए 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं, लेकिन अधिकतम सीमा नहीं है। जब चाहे इस राशि को बढ़ा सकते हैं, रोक सकते हैं और कितने भी लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं।
#2
SWP
सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) उन निवेशकों के लिए उपयोगी है, जो अपनी निवेश राशि से नियमित आय प्राप्त करना चाहते हैं। यह SIP के बिल्कुल विपरीत है। जहां आप SIP के जरिए किस्तों में पैसा निवेश कर सकते हैं, वहीं SWP के जरिए आप किस्तों में पैसा निकाल सकते हैं। इसमें निवेश के लिए आपको एकमुश्त पैसे जमा करने होते हैं। इसका इस्तेमाल SIP करने के 15 या 20 साल बाद कर सकते हैं।
#3
STP
सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP) एक ऐसा तरीका है, जिसमें तय राशि को एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी स्कीम में नियमित रूप से ट्रांसफर किया जाता है। अक्सर, STP का उपयोग तब किया जाता है, जब निवेशक अपनी राशि को डेबिट या लिक्वड फंड से इक्विटी फंड में स्थानांतरित करना चाहता है। यह तरीका भी बाजार की अस्थिरता को कम करता है और निवेश की औसत लागत को संतुलित बनाता है। इससे बाजार की जोखिम कम होती है।