
गोल्ड लोन के फायदों से लेकर ब्याज तक, यहां जानें जरुरी बातें
क्या है खबर?
कोरोना महामारी के दौर में कई बार ऐसा हुआ है कि लोगों को इमरजेंसी फंड की जरुरत पड़ी है। ऐसे में लोगों ने पर्सनल लोन लेकर अपनी जरूरतों को पूरा किया है। जिसमें उन्हें अधिक ब्याज भी चुकाना पड़ा है।
अगर आपके पास गोल्ड यानी सोना है तो आप इस पर लोन भी ले सकते हैं। देश के कई बैंकों में गोल्ड लोन की सुविधा उपलब्ध है।
आइए जानते हैं कि गोल्ड लोन लेने फायदे और अन्य जरुरी बातें।
लोन की गणना
गोल्ड पर कितना लोन मिलेगा?
लोन लेने के दौरान गोल्ड की वैल्यू उसके कैरेट पर निर्भर करती है। 22 कैरेट के गोल्ड के आधार पर लोन की कीमत की गणना की जाती है। गोल्ड की कुल कीमत का 75 फीसदी तक लोन लिया जा सकता है।
अगर आपके पास दो लाख रुपये का गोल्ड है तो उस पर आपको 1.5 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है।
कभी-कभी बैंक गोल्ड की गुणवत्ता के आधार पर पर भी लोन देते हैं।
ब्याज दर
गोल्ड लोन पर बैंकों की ब्याज दर
गोल्ड लोन के लिए फाइनेंस कंपनियों और बैंकों की ब्याज दरें अलग-अलग हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) भी गोल्ड पर लोन दे रहा है। इस बैंक में ब्याज की दर 7.50 फीसदी से शुरु होती है।
HDFC बैंक की बात करें तो गोल्ड लोन पर ब्याज की दर 9.50 फीसदी से शुरू है।
मुथूट फिनकॉर्प का गोल्ड लोन 11.99 फीसदी की दर से ब्याज शुरू होता है।
वहीं ICICI बैंक की ब्याज दर 10 फीसदी से शुरू होती है।
फायदा
गोल्ड लोन के फायदे
पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन पर ब्याज कम होता है।
अगर आप किसी भी बैंक से कोई और लोन लेते हैं तो आपका सिबिल स्कोर चेक होता है। इसमें ऐसा नहीं है।
गोल्ड लोन के लिए आपको किसी भी गारंटर या सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं पड़ती।
लोन की रकम समय से पहले भी चुका सकते हैं।
बाकी लोन की तुलना में गोल्ड लोन जल्दी मिल जाता है।
जरूरी बातें
इन बातों पर भी ध्यान देना जरूरी
कई बैंक या फाइनेंस कंपनी लोन देने के दौरान प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते हैं।
गोल्ड लोन पर री-पेमेंट को लेकर अनुशासन जरूरी है, नहीं तो बैंक जुर्माना लगा सकता है।
बैंक या फाइनेंस कंपनी के अग्रीमेंट में एक शर्त भी होती है, जिसमें लिखा होता है कि 90 दिन तक EMI न देने पर बैंक गोल्ड बेच सकता है।
कुछ बैंक या वित्तिय संस्था सोने की गुणवत्ता जांचने के लिए भी खर्च के नाम पर फीस वसूल करते हैं।