आधार डाटा वॉल्ट क्या है और UIDAI ने इसे अनिवार्य क्यों बनाया है?
क्या है खबर?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने सभी बैंकों, फिनटेक कंपनियों और सरकारी संस्थाओं को आधार से जुड़ी जानकारी को अब आधार डाटा वॉल्ट (ADV) नामक सुरक्षित प्रणाली में रखने का आदेश दिया है। यह वॉल्ट एक एन्क्रिप्टेड डिजिटल स्टोरेज सिस्टम होगा, जिसमें आधार संख्या और eKYC जैसी संवेदनशील जानकारियां सुरक्षित और गोपनीय रूप से संग्रहीत रहेंगी। इसका उद्देश्य डाटा चोरी, अनधिकृत पहुंच और पहचान की धोखाधड़ी के जोखिम को कम करना है, ताकि नागरिकों की जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहे।
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क्या है आधार डाटा वॉल्ट सिस्टम?
आधार डाटा वॉल्ट एक ऐसी प्रणाली है, जहां आधार संख्या, नाम, जन्मतिथि, पता और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी पूरी तरह एन्क्रिप्टेड रूप में रखी जाती है, ताकि डाटा सुरक्षित रहे। इससे डाटा कई डाटाबेस में दोहराया नहीं जाएगा और संवेदनशील जानकारी केवल सीमित अधिकृत लोगों तक ही पहुंच सकेगी, जिससे गोपनीयता बनी रहती है। UIDAI के अनुसार, यह सिस्टम डाटा सुरक्षा के स्तर को और मजबूत बनाता है और डिजिटल रिकॉर्ड को नियंत्रित एवं पारदर्शी रखता है।
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किसे बनाना होगा यह सुरक्षित वॉल्ट?
UIDAI ने स्पष्ट किया है कि जो भी संस्था आधार कार्ड या eKYC का उपयोग करती है (बैंक, NBFC, टेलीकॉम कंपनियां या सरकारी एजेंसियां) उन्हें यह वॉल्ट बनाना जरूरी है। ऐसे सभी संगठनों को आधार से जुड़ा डाटा इस सुरक्षित प्रणाली में स्थानांतरित करना होगा, ताकि गोपनीयता बनी रहे। इसके साथ ही, आधार नंबरों को नई संदर्भ कुंजियों से बदलना, नियमित सुरक्षा जांच करना और हर एक्सेस पर ऑडिट रिकॉर्ड रखना भी अनिवार्य होगा।
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नागरिकों को मिलेगा अतिरिक्त सुरक्षा लाभ
UIDAI का यह कदम नागरिकों के डाटा की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब किसी भी संस्था को किसी का आधार PDF या eKYC फाइल स्थानीय रूप से स्टोर करने की अनुमति नहीं होगी। सभी डाटा केवल वॉल्ट में एन्क्रिप्टेड रूप में रहेंगे। इससे आधार की जानकारी साझा करते समय नागरिकों की गोपनीयता बनी रहेगी और डाटा चोरी या गलत इस्तेमाल की संभावना बहुत कम हो जाएगी।