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कॉर्पोरेट FD में पैसे लगाने से पहले जान लें ये बातें, वरना पड़ सकता है महंगा 
कॉर्पोरेट FD में बैंक FD से ज्यादा ब्याज मिलता है (तस्वीर: अनस्प्लैश)

कॉर्पोरेट FD में पैसे लगाने से पहले जान लें ये बातें, वरना पड़ सकता है महंगा 

Nov 10, 2025
08:13 pm

क्या है खबर?

निश्चित आय के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक सदाबहार विकल्प है। इसमें आपको एक तय रकम पर निर्धारित ब्याज दर के आधार पर रिटर्न मिलता है। आप इसके लिए बैंक में निवेश करने के अलावा निजी कंपनी से कॉर्पोरेट FD का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसमें बैंक के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है, लेकिन इसमें बिना सोचे-समझे निवेश करना भारी पड़ सकता है। आइये जानते हैं यह विकल्प चुनने से पहले किन बातों पर ध्यान देना जरूरी है।

जांच-पड़ताल 

इन बातों की करें जांच-पड़ताल 

निवेश विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि निवेश करने से पहले व्यक्तिगत निवेशक कंपनी की क्रेडिट रेटिंग, वित्तीय स्थिति, रिकवरी हिस्ट्री, ग्राहक अनुभव और कई अन्य कारकों की जांच और मूल्यांकन करना चाहिए। यह जरूरी है, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विपरीत, कॉर्पोरेट FD भारत सरकार से बीमाकृत नहीं होते हैं। उनके प्रॉफिट के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच करने के साथ हाई प्रॉफिट मार्जिन और हाई ROE वाली कंपनियों को प्राथमिकता दें। उनके डिफॉल्ट होने की संभावना कम होती है।

जोखिम 

जोखिम को भी न करें नजर अंदाज

ज्यादा रिटर्न देने वाली किसी भी कंपनी के लिए यह भी देखें कि वह किस संदर्भ में काम करती है, यानि उन विभिन्न कारकों को ध्यान में रखें जो रिटर्न को प्रभावित कर सकते हैं। बैंक FD की तुलना में इस विकल्प में जोखिम ज्यादा होता है। इसमें भुगतान में चूक के अलावा मुद्रास्फीति और रीइंवेस्टमेंट के साथ-साथ ब्याज दर का जोखिम भी होता है। आप जोखिम को उठाने को तैयार हैं तो ही निवेश करने के बारे में सोचें।