वार्नर म्यूजिक और AI म्यूजिक प्लेटफॉर्म सुनो के बीच कॉपीराइट विवाद खत्म, हुआ यह समझौता
क्या है खबर?
वार्नर म्यूजिक ग्रुप ने अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) म्यूजिक प्लेटफॉर्म सुनो के साथ नया समझौता किया है। इस समझौते के तहत सुनो को WMG के कलाकारों के गाने और पहचान इस्तेमाल करने की लाइसेंस मिल जाएगी। इससे दोनों के बीच चल रहा कॉपीराइट विवाद भी खत्म हो जाएगा। इससे पहले WMG ने सुनो और उडिओ पर बड़ी मात्रा में कॉपीराइटेड संगीत का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। अब नया एग्रीमेंट दोनों पक्षों के लिए आसान रास्ता बनाता है।
कंट्रोल
कलाकारों को मिलेगा पूरा कंट्रोल
इस समझौते के तहत WMG ने साफ किया है कि कलाकार खुद तय करेंगे कि उनकी आवाज, नाम, फोटो और गाने AI-जनरेटेड म्यूजिक में इस्तेमाल हों या नहीं। यह फैसला पूरी तरह आर्टिस्ट के हाथ में होगा और यह ऑप्ट-इन सिस्टम पर चलेगा। यह उसी तरह है जैसे कंपनी ने हाल ही में उडिओ के साथ की गई डील में रखा था। इसका मतलब है कि किसी आर्टिस्ट की जानकारी बिना अनुमति के शेयर नहीं की जाएगी।
बदलाव
सुनो के प्लेटफॉर्म में बड़े बदलाव
नई पार्टनरशिप के बाद सुनो अपने AI म्यूजिक सिस्टम में कई बदलाव करेगा। कंपनी 2026 में एक नया, ज्यादा एडवांस्ड और लाइसेंस्ड AI मॉडल लॉन्च करेगी और पुराने मॉडल बंद कर देगी। साथ ही, अब केवल पेड यूजर्स ही AI से बने गाने डाउनलोड कर सकेंगे। फ्री यूजर्स गाने सिर्फ सुन और शेयर कर पाएंगे। पेड प्लान में भी हर महीने एक लिमिटेड संख्या में ही डाउनलोड की सुविधा दी जाएगी।
अन्य
सुनो ने खरीदा सॉन्गकिक प्लेटफॉर्म
सुनो ने WMG के सॉन्गकिक नाम के कॉन्सर्ट डिस्कवरी ऐप को भी खरीद लिया है। यह ऐप लोगों को आसपास होने वाले कॉन्सर्ट की जानकारी देता है। WMG का कहना है कि यह खरीद दोनों प्लेटफॉर्म को आर्टिस्ट और फैन्स को जोड़ने में और मदद देगी। सुनो पहले खुले इंटरनेट से म्यूजिक लेकर AI ट्रेनिंग करने की बात मान चुका है, लेकिन WMG इससे ज्यादा खुश है कि मामला अब सहयोग से हल हो गया है।