
क्रेडिट कार्ड से इनकम टैक्स का करना चाहते हैं भुगतान? जानिए क्या है फायदे और नुकसान
क्या है खबर?
इनकम टैक्स भरने की आखिरी तारीख नजदीक आते ही कई लोग जल्दी में पेमेंट पूरा नहीं कर पाते। आमतौर पर नेट बैंकिंग, UPI या डेबिट कार्ड से टैक्स भरने के विकल्प सभी जानते हैं, लेकिन क्रेडिट कार्ड से भी टैक्स चुकाया जा सकता है। यह तरीका उन लोगों के लिए मददगार है, जिन्हें समय पर पैसे नहीं मिल पा रहे हों या जो रिवॉर्ड प्वाइंट्स कमाना चाहते हों। ई-फाइलिंग पोर्टल पर यह सुविधा अधिकतर बड़े बैंकों के साथ उपलब्ध है।
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फायदे और लचीलापन
क्रेडिट कार्ड से इनकम टैक्स भरने का सबसे बड़ा फायदा लचीलापन है। आपको बिलिंग साइकिल के हिसाब से करीब 45 दिन तक का ब्याज-मुक्त समय मिल सकता है, जिससे आखिरी समय पर कैश की कमी होने पर राहत मिलती है। कुछ क्रेडिट कार्ड्स पर रिवॉर्ड प्वाइंट्स, कैशबैक या माइलस्टोन बेनिफिट्स भी मिल सकते हैं। यह तरीका समय पर टैक्स भरने में मदद करता है, जिससे लेट फीस और पेनल्टी से बचा जा सकता है।
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अतिरिक्त शुल्क और नुकसान
इस सुविधा के साथ कुछ खर्चे भी जुड़ते हैं। पेमेंट गेटवे आम तौर पर टैक्स राशि का 0.3-1 प्रतिशत तक सुविधा शुल्क और उस पर GST लेते हैं। नेट बैंकिंग और UPI से टैक्स भरना आमतौर पर मुफ्त होता है, इसलिए क्रेडिट कार्ड से भुगतान महंगा पड़ सकता है। अगर तय तारीख तक बकाया राशि नहीं चुकाई, तो 36 प्रतिशत सालाना ब्याज लग सकता है। ज्यादा राशि का भुगतान करने से आपके कार्ड की लिमिट भी ब्लॉक हो सकती है।
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कब करें और कब बचें?
अगर समय पर पैसे की कमी है या माइलस्टोन बेनिफिट पूरे करने हैं तो क्रेडिट कार्ड से टैक्स भरना अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, अगर पहले से कार्ड का बकाया चल रहा है तो इस तरीके से बचना चाहिए, क्योंकि ब्याज और चार्जेस फायदा खत्म कर देंगे। टैक्स की राशि आपके कार्ड लिमिट के भीतर होनी चाहिए और क्रेडिट स्कोर पर असर न पड़े इसका ध्यान रखें। समय पर बिल चुकाने की तैयारी हो तभी यह तरीका अपनाएं।