
वॉलमार्ट ने H-1B वीजा उम्मीदवारों के लिए नौकरी के आवदेन रोके
क्या है खबर?
वॉलमार्ट ने H-1B वीजा की आवश्यकता वाले उम्मीदवारों के लिए आवेदन रोक दिए हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम अमेरिकी सरकार द्वारा नए 1 लाख डॉलर (लगभग 90 लाख रुपये) वीजा शुल्क के बाद आया है। यह कदम मुख्य रूप से वॉलमार्ट के कॉर्पोरेट कर्मचारियों को प्रभावित करेगा। वॉलमार्ट H-1B वीजा धारकों का सबसे बड़ा खुदरा नियोक्ता है, जिसमें लगभग 2,390 कर्मचारी शामिल हैं, जबकि इसके कुल अमेरिकी कर्मचारियों की संख्या लगभग 16 लाख है।
विवरण
H-1B वीजा कार्यक्रम का विवरण
H-1B वीजा कार्यक्रम हर साल नियोक्ताओं को 65,000 वीजा प्रदान करता है और उन्नत डिग्री वाले कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त 20,000 वीजा उपलब्ध कराता है। यह कार्यक्रम विशेष क्षेत्रों में अस्थायी विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए बनाया गया था। वॉलमार्ट ने कहा कि कंपनी सर्वोत्तम प्रतिभाओं को नियुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और H-1B नियुक्तियों पर विचारशील निर्णय ले रही है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों और व्यवसाय दोनों के लिए संतुलन बनाना है।
असर
शुल्क वृद्धि का असर
नए 1 लाख डॉलर H-1B वीजा शुल्क से अमेरिकी नियोक्ताओं पर वित्तीय दबाव बढ़ गया है। विशेषकर स्टार्टअप्स और छोटे-मध्यम व्यवसायों के लिए यह महंगा साबित होगा। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि यह शुल्क एच-1बी कार्यक्रम का उपयोग कठिन बना देगा। आलोचकों का कहना है कि यह कार्यक्रम अमेरिकी कुशल श्रमिकों के रोजगार के अवसर कम करता है, जबकि तकनीकी उद्योग और शैक्षणिक संस्थान विज्ञान, गणित और कंप्यूटर पेशेवरों की कमी का हवाला देते हैं।
आलोचना
प्रशासन और आलोचना
व्हाइट हाउस ने कहा कि वीजा में बदलाव कानूनी हैं और H-1B कार्यक्रम में सुधार की दिशा में कदम हैं। आलोचकों का मानना है कि 1990 में शुरू किया गया यह कार्यक्रम विशेष श्रम की कमी को पूरा करने के लिए था, लेकिन अब इसका मुख्य उपयोग तकनीकी क्षेत्र, विश्वविद्यालय और अस्पताल कर रहे हैं। नए शुल्क और नियमों से नियोक्ताओं को विदेशी कुशल कर्मचारियों को नियुक्त करना महंगा और चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।