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2025 की पहली छमाही में UPI लेनदेन में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी- रिपोर्ट
UPI लेनदेन में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी

2025 की पहली छमाही में UPI लेनदेन में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी- रिपोर्ट

Oct 29, 2025
03:59 pm

क्या है खबर?

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का उपयोग देश में काफी तेजी से बढ़ रहा है। वर्ल्डलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में UPI लेनदेन में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यह 106.36 अरब तक पहुंच गया और कुल लेनदेन मूल्य 143.34 लाख करोड़ रुपये रहा। छोटे व्यापारियों के जुड़ने से डिजिटल भुगतान का दायरा बढ़ा है, जबकि औसत लेनदेन राशि घटकर 1,348 रुपये हो गई है, जो रोजमर्रा के छोटे भुगतानों की बढ़ती प्रवृत्ति को दिखाता है।

कारोबार

छोटे व्यापारियों ने बढ़ाया डिजिटल कारोबार

व्यक्ति से व्यापारी (P2M) UPI लेनदेन 37 प्रतिशत बढ़कर 67.01 अरब हो गए हैं। इससे छोटे दुकानदारों और किराना स्टोरों में डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ा है। वर्ल्डलाइन ने इस बदलाव को 'किराना प्रभाव' कहा है, क्योंकि अब छोटे और मझोले व्यापारी भी बड़ी संख्या में UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे व्यापार करना आसान हुआ है और देश में डिजिटल भुगतान की पकड़ और भी मजबूत हो गई है।

अन्य

QR नेटवर्क और कार्ड दोनों में तेजी

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का UPI QR नेटवर्क जून 2025 तक बढ़कर 67.8 करोड़ हो गया है, जो पिछले साल से 111 प्रतिशत ज्यादा है। पॉइंट-ऑफ-सेल (PoS) मशीनों की संख्या भी बढ़कर 1.12 करोड़ हो गई है। क्रेडिट कार्ड से खर्च 2.2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है, लेकिन हर लेनदेन की औसत रकम 6 प्रतिशत घट गई है। वहीं, छोटे भुगतानों के लिए लोग अब ज्यादातर UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं।