क्वांटम कंपनियों में निवेश की तैयारी में ट्रंप प्रशासन- रिपोर्ट
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन कई क्वांटम-कंप्यूटिंग कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार इन कंपनियों में संघीय वित्त पोषण के बदले इक्विटी हिस्सेदारी लेना चाहती है। आयनक्यू, रिगेटी कंप्यूटिंग और डी-वेव क्वांटम जैसी कंपनियां इस योजना पर चर्चा कर रही हैं। इसके तहत प्रत्येक कंपनी को वाशिंगटन से कम से कम 1 करोड़ डॉलर (लगभग 90 करोड़ रुपये) का वित्त पोषण मिलने की संभावना जताई जा रही है।
दखल
सरकार का कॉर्पोरेट क्षेत्र में बढ़ता दखल
ट्रंप प्रशासन इससे पहले भी कई कंपनियों में हिस्सेदारी ले चुका है। इस साल की शुरुआत में अमेरिका ने इंटेल में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी ली थी। इसके साथ ही, सरकार ने पेंटागन के जरिए खनन कंपनी में निवेश किया और जापान की निप्पॉन स्टील को यूएस स्टील खरीदने की अनुमति दी। इन कदमों से सरकार कॉर्पोरेट अमेरिका में अपनी भागीदारी को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
उम्मीदें
क्वांटम तकनीक को लेकर बढ़ी उम्मीदें
रिपोर्ट के अनुसार, उप-वाणिज्य सचिव पॉल डब्बर इन निवेश चर्चाओं का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में एक नई क्वांटम चिप पेश की है, जिसे लेकर कहा गया है कि क्वांटम कंप्यूटिंग अब दशकों नहीं, बल्कि कुछ वर्षों की दूरी पर है। गूगल और IBM जैसी कंपनियां भी इस क्षेत्र में तेजी से काम कर रही हैं और तकनीकी बदलाव को अब बहुत नजदीक मानती हैं।