
टाटा इंवेस्टमेंट के शेयरों में 90 फीसदी की गिरावट? जानिए इसके पीछे की सच्चाई
क्या है खबर?
टाटा समूह की टाटा इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के शेयर मंगलवार को लगभग 90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,015 रुपये/शेयर के निचले स्तर पर पहुंच गया। यह भारी गिरावट पहली नजर में चिंता पैदा कर सकती है, लेकिन 1:10 स्टॉक स्प्लिट के बाद स्टॉक ट्रेडिंग एक्स-स्प्लिट के कारण यह पूरी तरह से दिखावटी है। कंपनी ने घोषणा की थी कि 10 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर को 1 रुपये अंकित मूल्य वाले 10 शेयरों में विभाजित किया जाएगा।
शेयर विभाजन
कौनसे निवेशक थे शेयर विभाजन के पात्र?
शेयर विभाजन की रिकॉर्ड तिथि 14 अक्टूबर निर्धारित की गई थी। सोमवार को क्लोजिंग बेल तक शेयर रखने वाले निवेशक विभाजन के पात्र थे। शेयर पिछले सत्र में 7.04 फीसदी की बढ़त के साथ 9,949 रुपये पर बंद हुआ था, लेकिन समायोजन के कारण मंगलवार को गिरावट पर खुला और शुरुआती में 1,056 रुपये के आस-पास कारोबार कर रहा था। इस मूल्य गिरावट के बावजूद टाटा इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन का बाजार पूंजीकरण और निवेशक हिस्सेदारी विभाजन के बाद अपरिवर्तित रही।
कारण
शेयर विभाजन से होगा यह फायदा
शेयर विभाजन ने बकाया शेयरों की संख्या बढ़ा दी है, जिससे वे अधिक किफायती हो गए हैं और तरलता में सुधार हुआ है। इस कदम का उद्देश्य अक्सर अधिक खुदरा निवेशकों को आकर्षित करना होता है। टाटा संस के सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध होने की तैयारी को देखते हुए कंपनी की योजनाओं ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मानदंडों के अनुसार, उच्च-स्तरीय NBFC को अधिसूचना के 3 साल के भीतर सूचीबद्ध होना होता है।