
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने आईफोन सप्लाई करने वाली कंपनी जस्टेक की भारतीय इकाई को खरीदा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने चीन की आईफोन सप्लाई कंपनी जस्टेक प्रिसिजन की भारतीय इकाई को करीब 10 करोड़ डॉलर (लगभग 900 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है। यह सौदा उस समय हुआ है जब भारत से आईफोन निर्यात लगातार बढ़ रहा है। जस्टेक प्रिसिजन 2008 से ऐपल की सप्लायर है, जबकि इसकी भारतीय शाखा 2019 में बनी थी। CNBC TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ने यह सौदा अगस्त में HDFC और HSBC बैंक की मदद से पूरा किया।
उत्पादन
आईफोन उत्पादन में टाटा की बढ़त
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में आईफोन उत्पादन का सबसे बड़ा हिस्सा हासिल करना चाहती है। इसी साल जनवरी में कंपनी ने पेगाट्रॉन की भारतीय इकाई में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,650 करोड़ रुपये में खरीदी थी। इससे टाटा को चेन्नई के पास आईफोन निर्माण केंद्र पर नियंत्रण मिला। वित्त वर्ष 2025 में अमेरिका को हुए आईफोन निर्यात से कंपनी ने कुल राजस्व का लगभग 37 प्रतिशत यानी करीब 23,000 करोड़ रुपये कमाए।
निर्यात
तेजी से बढ़ रहा उत्पादन और निर्यात
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स वर्तमान में 2 मुख्य फैक्ट्रियों से आईफोन बनाती और निर्यात करती है, जिनमें विस्ट्रॉन की इकाई भी शामिल है। इसे टाटा ने मार्च, 2024 में खरीदा था। कंपनी का नया नाम अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स सॉल्यूशंस है, जो अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की पूर्ण सहायक कंपनी के रूप में काम करती है। इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता और ऐपल के साथ उसकी भागीदारी दोनों में तेज बढ़ोतरी हुई है।
राजस्व
राजस्व और लाभ में बड़ी छलांग
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स की वित्तीय स्थिति पिछले सालों में काफी मजबूत हुई है। मार्च, 2025 तक के 15 महीनों में कंपनी का कुल राजस्व 75,367 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 2023 के मुकाबले 5 गुना से ज्यादा है। इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ भी 36 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,339 करोड़ रुपये हो गया। टाटा अब भारत को ऐपल उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।