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सेवा क्षेत्र की वृद्धि जुलाई में 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची
सेवा क्षेत्र की वृद्धि 11 महीने के उच्चतम स्तर पर (तस्वीर: फ्रीपिक)

सेवा क्षेत्र की वृद्धि जुलाई में 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची

Aug 05, 2025
03:10 pm

क्या है खबर?

भारत के सेवा क्षेत्र में जुलाई में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। S&P ग्लोबल द्वारा तैयार HSBC इंडिया सर्विसेज PMI जून के 60.4 से बढ़कर जुलाई में 60.5 हो गया। यह 11 महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है, जिसे लेकर अनुमान था कि यह घटकर 59.8 हो जाएगा, लेकिन यह बढ़ गया। PMI का 50 से ऊपर रहना बताता है कि गतिविधियों में मासिक आधार पर विस्तार हो रहा है और यह लगातार चौथे साल जारी है।

 ऑर्डर 

निर्यात और ऑर्डर बढ़े 

अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़ने से निर्यात उप-सूचकांक में भी तेजी आई है। वित्त और बीमा क्षेत्र में सबसे ज्यादा नए ऑर्डर और गतिविधि देखी गई, जबकि रियल एस्टेट में सबसे धीमी बढ़ोतरी रही। हालांकि, कुल नया व्यवसाय अच्छा बना रहा, लेकिन कंपनियों ने नई भर्तियों में कटौती की और नियुक्तियों की गति 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। इसके बावजूद ग्राहक जुटाने के प्रयास जारी रहे और ऑर्डर मिलते रहे।

 महंगाई 

महंगाई पर दबाव बना

जुलाई में कंपनियों को खाद्य सामग्री, माल ढुलाई और श्रम की बढ़ती लागत का सामना करना पड़ा। इससे सेवाओं की लागत बढ़ी और इसका असर ग्राहकों पर डाला गया। शुल्क मुद्रास्फीति की दर, इनपुट लागत से अधिक रही। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर महंगाई और बढ़ी तो यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीति पर असर डाल सकती है। हालांकि, उम्मीद है कि RBI फिलहाल रेपो रेट 5.50 प्रतिशत पर स्थिर रखेगा, लेकिन आगे कटौती संभव है।

अन्य

कंपोजिट इंडेक्स भी बेहतर

तकनीकी इनोवेशन, मार्केटिंग प्रयास और डिजिटल उपस्थिति से कंपनियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्हें भविष्य में कारोबार में और सुधार की उम्मीद है। मैन्युफैक्चरिंग को मिलाकर बनाए गए कंपोजिट PMI इंडेक्स की स्थिति भी बेहतर रही। जून के 61.0 के मुकाबले जुलाई में यह 61.1 हो गया, जो अप्रैल, 2024 के बाद से सबसे तेज विस्तार है। यह आर्थिक गतिविधियों में मजबूती और व्यावसायिक माहौल के बेहतर होने का संकेत है।