
रुपये में मजबूती, दर्ज हुआ 2 साल का सबसे अच्छा साप्ताहिक प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारतीय रुपये में आज (21 मार्च) 0.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे यह पिछले 2 वर्षों में अपना सबसे अच्छा साप्ताहिक प्रदर्शन कर सका।
वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, रुपया अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में मजबूत रहा। दोपहर 01:00 बजे यह 86.07 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जिससे साप्ताहिक बढ़त 0.72 प्रतिशत हो गई।
इस साल फरवरी में अमेरिकी टैरिफ नीति के कारण रुपया पहली बार 87 से अधिक के निचले स्तर पर पहुंचा था।
मजबूती
विदेशी निवेश से रुपये को मजबूती
रुपये में तेजी का मुख्य कारण विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर की बिक्री था, जिससे बाजार में डॉलर की आपूर्ति बढ़ी।
व्यापारियों के अनुसार, इसका एक कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आगामी विदेशी मुद्रा नीति की तैयारी हो सकता है।
इसके अलावा, शुक्रवार को FTSE ऑल-वर्ल्ड इंडेक्स के पुनर्संतुलन से लगभग 1.5 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया, जिससे रुपये को और समर्थन मिला।
हालांकि, मौजूदा स्तर पर रुपये को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
बाजार
एशियाई मुद्राओं में गिरावट, रुपया स्थिर
शुक्रवार को जहां अधिकांश एशियाई मुद्राओं में गिरावट देखी गई, वहीं रुपया मजबूत बना रहा।
अमेरिकी डॉलर सूचकांक में मामूली बढ़त के कारण अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं पर दबाव रहा, लेकिन रुपये को विदेशी प्रवाह का समर्थन मिला।
बाजार विशेषज्ञ अमेरिकी व्यापार नीतियों और आर्थिक आंकड़ों पर नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि इनका असर वैश्विक मुद्रा बाजार पर पड़ सकता है। आने वाले हफ्तों में रुपये की स्थिति विदेशी निवेश और वैश्विक वित्तीय नीतियों के आधार पर तय होगी।