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रुपया 29 अगस्त के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंचा, जानिए क्या रहा कारण 
कमजोर डॉलर सूचकांक के चलते रुपये की कीमत में बढ़ोतरी हुई है

रुपया 29 अगस्त के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंचा, जानिए क्या रहा कारण 

Sep 17, 2025
11:19 am

क्या है खबर?

कमजोर डॉलर सूचकांक और फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले से पहले अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में कमी के चलते भारतीय रुपया 29 अगस्त के बाद अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है। रुपया बुधवार (17 सितंबर) को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.84 पर मजबूती के साथ खुला। शुरुआती कारोबार में 87.81 के स्तर को छू गया, जो पिछले बंद भाव 88.09 से 28 पैसे की बढ़त दर्शाता है। ब्रेंट क्रूड वायदा में गिरावट ने भी इसे प्रभावित किया है।

सुधार

डॉलर सूचकांक में हुआ सुधार 

इस सप्ताह की शुरुआत में डॉलर सूचकांक 3 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन बुधवार को थोड़ा सुधार के साथ 96.73 पर पहुंच गया। बेंट क्रूड वायदा 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 68.33 डॉलर (करीब 6,000 रुपये) प्रति बैरल पर आ गया, जिससे रुपये को और राहत मिली। निवेशक फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, जहां 25 आधार अंकों की ब्याज दरों में कटौती की व्यापक उम्मीद है।

उम्मीद 

क्या है विश्लेषकों को उम्मीद?

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स LLP के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, "डॉलर में नरमी और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रुख से समर्थित, अमेरिकी डॉलर/रुपये में उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है।" उन्होंने बाहरी दबावों और नीतिगत अनिश्चितता के कारण मध्यम अवधि में जोखिम बने रहने की संभावना जताई है। CR फॉरेक्स एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित पबारी ने कहा कि अगर गिरावट जारी रहती है तो रुपया 87.20 तक पहुंच सकता है।