
गेम्सक्राफ्ट के पूर्व CFO ने कंपनी का पैसा बाजार में लगाया, खुद किया खुलासा
क्या है खबर?
गेम्सक्राफ्ट टेक्नोलॉजीज के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) रमेश प्रभु पर कंपनी के पैसों को अपने फायदे के लिए वायदा और विकल्प (F&O) ट्रेडिंग में लगाने का आरोप लगा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इसका खुलासा खुद प्रभु ने कंपनी को 5 मार्च को भेजे मेल में किया था। इसमें स्वीकार किया कि उन्होंने 3-4 सालों में कंपनी के पैसों को निजी निवेश बढ़ाने के लिए डायवर्ट किया था, जिससे 250 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ।
खुलासा
पूर्व CFO ने आरोपों को लेकर ली जिम्मेदारी
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, रमेश प्रभु ने इस कदाचार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए स्वीकार किया कि उनके कृत्य कंपनी के वित्तीय प्रबंधक के रूप में उन पर किए गए विश्वास का गंभीर उल्लंघन हैं। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि किसी अन्य कर्मचारी की इस योजना में कोई संलिप्तता नहीं थी या उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। इससे साफ है कि उन्होंने कंपनी के पैसों का हेर-फेर को बिना किसी के सहयोग से अकेले अंजाम दिया है।
FIR
कंपनी ने FIR में लगाए ये आरोप
गेम्सक्राफ्ट ने बेंगलुरु के हेब्बल निवासी रमेश प्रभु के खिलाफ 9 सितंबर को मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में चोरी, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी से संपत्ति छिपाना, जालसाजी और हेराफेरी जैसी धारों में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें गेमिंग कंपनी ने आरोप लगाया है कि प्रभु ने लगभग 5 वर्षों में 270.43 करोड़ रुपये की धनराशि का बेईमानी तरीके से गबन कर लिया। उन्होंने कंपनी के प्राधिकार, सहमति या अनुमोदन के बिना इस धनराशि का उपयोग अपनी व्यापारिक गतिविधियों के लिए किया।